शाइस्ता की वो सीक्रेट चिट्ठी, जो अतीक की हत्या से पहले सीएम योगी तक पहुंची

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद शाइस्ता परवीन की एक चिट्ठी वायरल हो रही है. इस चिट्ठी को शाइस्ता ने उमेश पाल हत्याकांड के बाद 27 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी थी. चिट्ठी में शाइस्ता ने ये भी आशंका जताई थी कि मुकदमे में रिमांड के बहाने अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हो सकती है.

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शाइस्ता के साथ अतीक अहमद (फाइल फोटो) शाइस्ता के साथ अतीक अहमद (फाइल फोटो)

संतोष शर्मा / पंकज श्रीवास्तव

  • लखनऊ/प्रयागराज,
  • 18 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 7:46 PM IST

माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की एक चिट्ठी सामने आई है, जो उसने उमेश पाल हत्याकांड के बाद 27 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी थी. शाइस्ता ने चिट्ठी में लिखा था कि उमेश पाल मर्डर केस में उनके और उनके पति अतीक अहमद, देवर अशरफ और बेटे असद के खिलाफ साजिश रचने का आरोप निराधार है.

शाइस्ता के मुताबिक, 'सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बेटे अली को शूटर बताने का आरोप भी बेबुनियाद है. चिट्ठी में शाइस्ता ने इसे राजनीतिक रंजिश का मामला बताते हुए कहा था कि बसपा ने जब से उन्हें प्रयागराज के मेयर का प्रत्याशी घोषित किया है, तबसे यहां के एक स्थानीय नेता और सरकार में काबीना मंत्री ने साजिश रचना शुरू कर दिया था और उसी साजिश में उमेश पाल की हत्या हुई.'

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चिट्ठी में शाइस्ता ने कहा, 'उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह नहीं थे, इसलिए अतीक या अशरफ के पास उनकी हत्या करवाने का कोई मकसद नहीं था, एक गंभीर राजनीतिक साजिश है जिसका पर्दाफाश निष्पक्ष जांच से ही संभव है क्योंकि प्रयागराज पुलिस पूरी तरह से मंत्री के दबाव में काम कर रही है.' चिट्ठी में शाइस्ता ने ये भी आशंका जताई थी कि मुकदमे में रिमांड के बहाने अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हो सकती है.

शाइस्ता की तलाश में छापेमारी जारी

इस बीच शाइस्ता परवीन की तलाश तेज है. जवान होते बेटे का जनाजा निकल गया लेकिन वो नहीं आई. पति और देवर को एक साथ सुपुर्दे खाक कर दिया गया फिर भी वो नहीं आई. 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन की यूपी पुलिस बड़ी शिद्दत से तलाश कर रही है, लेकिन शाइस्ता की चालबाजी के आगे पुलिस की सारी कोशिशें अब तक फेल हो चुकी हैं.

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यूपी पुलिस को बड़ी उम्मीद थी कि शाइस्ता अपने पति के जनाजे में जरूर आएगी लेकिन जब वो नहीं आई तो पुलिस ने शाइस्ता की तलाश में बड़ा अभियान छेड़ दिया. हर उस ठिकाने पर दबिश दी जा रही है, जहां शाइस्ता के छिपे होने की संभावना हो सकती है. शाइस्ता की तलाश में चार राज्यों में यूपी की पुलिस छापेमारी कर रही है.

यूपी के कौशांबी, ग्रेटर नोएडा और मेरठ, दिल्ली के ओखला, महाराष्ट्र के मुम्बई और पश्चिम बंगाल के कुछ ठिकानों पर यूपी पुलिस ने छापा मारा है. यही नहीं 20 से ज्य़ादा ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया, जिन पर शक है कि उन्होंने शाइस्ता को छिपने में मदद की है. इनमें एक बड़ा बिल्डर भी है और एक महिला डॉक्टर..

अतीक ने बताए थे 14 मददगारों के नाम

सूत्रों के मुताबिक, अतीक ने पुलिस को 14 ऐसे लोगों के नाम बताए थे जो उसे फंडिंग किया करते थे. अतीक के कहने पर ये लोग शाइस्ता परवीन तक पैसे पहुंचा दिया करते थे. इनमें 11 नाम ऐसे हैं जो प्रयागराज के कालिंदीपुरम, चकिया, मरियाडीह, बम्हरौली, असरौली, कौशाम्बी के महगांव और बेली के रहने वाले हैं. 

अतीक इन्हें आसपास के किसानों की जमीन औने पौने दाम पर लेकर प्रॉपर्टी डीलर्स को कारोबार करने में मदद करता था. इसके बदले अतीक अहमद को भारी भरकम रकम पहुंचाई जाती थी. अतीक के इन मददगारों की सबसे बड़ी राज़दार शाइस्ता परवीन ही है, क्योंकि कहा जा रहा है कि अतीक के जेल में रहते हुए पैसों का लेन-देन और रिकॉर्ड शाइस्ता ही रखती थी.

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