'10 अप्रैल उनका अंतिम दिन होगा...' नसीम और आबिद की जमीन हड़पने के लिए दी CM योगी को धमकी, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार

शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक के अनुसार, 4 अप्रैल को उनके कार्यालय को एक धमकी भरा पत्र मिला. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई थी. पत्र में लिखा गया था कि 10 अप्रैल, मुख्यमंत्री योगी का आखिरी दिन होगा. यह भी दावा किया गया कि यह साजिश पाकिस्तान से प्रेरित है और इसमें शामिल लोगों ने ISI से प्रशिक्षण लिया है. जांच हुई तो मामला कुछ और ही निकला.

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पड़ोसी को फंसाने के लिए शाहजहांपुर के एक युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने का धमकी वाला पत्र भेज दिया पड़ोसी को फंसाने के लिए शाहजहांपुर के एक युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने का धमकी वाला पत्र भेज दिया

aajtak.in

  •   शाहजहांपुर ,
  • 08 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 12:55 PM IST

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी वाले पत्र में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

पड़ोसी की जमीन हड़पने के लिए शाहजहांपुर के एक युवक ने अपने पड़ोसियों के नाम पर ही सीएम योगी को जान से मारने की धमकी वाला पत्र भेज दिया. 

उसका इरादा था कि पत्र मिलते ही पुलिस उसके पड़ोसियों को गिरफ्तार कर लेगी, और वह आराम से उनकी जमीन पर कब्जा कर लेगा लेकिन पुलिस ने जांच की तो मामला कुछ और ही निकला. अब पुलिस ने पत्र भेजने वाले को गिरफ्तार कर लिया है. 

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न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक (SP) राजेश द्विवेदी के अनुसार, 4 अप्रैल को उनके कार्यालय को रजिस्टर्ड डाक से एक धमकी भरा पत्र मिला. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई थी. पत्र में लिखा गया था कि 10 अप्रैल, मुख्यमंत्री योगी का आखिरी दिन होगा. यह भी दावा किया गया कि यह साजिश पाकिस्तान से प्रेरित है और इसमें शामिल लोगों ने ISI से प्रशिक्षण लिया है. इतना ही नहीं, पत्र में दो लोगों  नसीम और आबिद अंसारी को इस साजिश का मास्टरमाइंड बताया गया. पत्र में यह भी कहा गया कि ये दोनों भाई मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की मौत का बदला लेना चाहते हैं, क्योंकि उनके बेटों को भी जेल भेजा गया है.

पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर एक व्यक्ति द्वारा अपने ही गाँव के व्यक्ति के नाम से घटना कारित करने का फर्जी प्रार्थना पत्र देने व प्राप्त प्रार्थना पत्र पर पुलिस द्वारा कृत कार्यवाही के संबंध में श्री राजेश द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर की बाइट। @Uppolice @adgzonebareilly pic.twitter.com/ADo4Rg4V1W

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— SHAHJAHANPUR POLICE (@shahjahanpurpol) April 7, 2025

धमकी भरा पत्र मिलने के बाद  पुलिस ने सदर बाजार थाने में एफआईआर दर्ज कर तुरंत जांच शुरू की गई. जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई, जिसने पत्र भेजे जाने के स्रोत की तलाश शुरू की. कुछ ही दिनों की मेहनत के बाद पुलिस की टीम को एक अहम सुराग मिला. जांच में पता चला कि यह पत्र अजीम नामक युवक, जो कि जालालाबाद के गुनारा गांव का निवासी है, उसी ने भेजा था. जब पुलिस ने अजीम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जो बताया, वह बेहद चौंकाने वाला था. अजीम ने स्वीकार किया कि उसने खुद ही यह धमकी भरा पत्र भेजा था. असल में, अजीम की मंशा नसीम और आबिद अंसारी को झूठे केस में फंसाकर उनकी जमीन पर कब्जा करने की थी. वह चाहता था कि पुलिस उन दोनों को गिरफ्तार कर ले और इस बीच वह उनकी जमीन पर हक जमा ले.

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