समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था, 'हिंदू धर्म इस्लाम से पुराना है. पहले हिंदू ही थे मुसलमान और 600 साल पहले कश्मीरी पंडितों ने इस्लाम अपनाया'. साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम के बाबरी मस्जिद को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भी पलटवार किया है.
सपा सांसद ने कहा कि इसमें नई बात क्या है. इस्लाम की तारीख 1500 साल पुरानी है. मगर, इस्लाम के उसूल जो थे, वह हजारों साल पुराने थे. 8000 साल पहले हजरत का जमाना था. उन्होंने कहा, "मैं इतना ज्ञानी नहीं हूं कि बता दूं कि हिंदू धर्म में उस वक्त क्या था क्या नहीं. हम मुसलमान इस्लाम को मानने वाले हैं. हम उन तमाम लोगों की इज्जत करते हैं, जिनमें करोड़ों लोगों के आस्था होती है".
'गड़े मुर्दे क्यों उखाड़ें. वो चैप्टर क्लोज हो गया'
600 साल पहले कश्मीरी पंडितों के इस्लाम अपनाने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में सब कन्वर्ट ही हुए हैं. मगर, हिंदुस्तान के अंदर 2000 साल पहले सेंट्रल एशिया से आर्यन आए थे. यहां के रहने वाले पहले द्रविड़ ओबीसी ही थे.
शाहनवाज आलम के बाबरी मस्जिद वाले बयान पर सपा सांसद ने कहा कि हम गड़े मुर्दे क्यों उखाड़ें. वो चैप्टर क्लोज हो गया है. हम हिंदू मुस्लिम प्यार मोहब्बत और तहजीब को बरकरार रखना चाहते हैं. हम उन चंद लोगों के हाथ में क्यों खेलने लगे जो प्यार, मोहब्बत को बर्बाद करना चाहते हैं.
कहा कि जो होना था वो हो गया. बाबरी के मामले में कोर्ट ने इस बात को एक्सेप्ट किया है कि इसके नीचे मंदिर के प्रमाण नहीं हैं. अखिलेश के बयान 'भाजपा वाले कसम खाकर झूठ बोलते हैं' पर सपा सांसद ने कहा कि उन्होंने क्या गलत कहा. अभी प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमने एम्स बना दिया. मगर, वहां कोई बिल्डिंग नहीं है.
जगत गौतम