गैंगस्टर संजीव जीवा माहेश्वरी हत्याकांड में आरोपी शूटर विजय यादव बीते 2 दिनों से पुलिस को अपने बयानों से उलझाने का काम कर रहा है. हालांकि, अब तक की पूछताछ में साफ हो गया है कि विजय को जिस अनजान व्यक्ति ने वकील की ड्रेस दी थी, उसी ने कोर्ट तक पहुंचाया और जीवा की पहचान करवाई थी.
शूटर विजय गुरुवार से 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर है. 2 दिनों की पूछताछ के बाद भी पुलिस गैंगस्टर संजीव जीवा को मरवाने वाले असली किरदार के बारे में अहम जानकारी नहीं हासिल कर सकी है. पुलिस ने विजय से कई सवाल किए हैं. जानिए उसने क्या जवाब दिए हैं...
पुलिस- तुम लखनऊ कब आए?
विजय- 7 जून को सुबह बस से लखनऊ आया था.
पुलिस- लखनऊ कैसे आए थे.
विजय- नेपाल से बहराइच आया. फिर वहां से लखनऊ के लिए पकड़ी.
पुलिस- तुम कोर्ट कैसे पहुंचे.
विजय- लखनऊ में एक पुल के नीचे बड़ा चौराहा था, वहां बस से उतरा था, फिर पहुंचा.
पुलिस- तुम्हारी किसने मदद की थी, उस मददगार तक कैसे पहुंचे.
विजय- जब बस से नीचे उतरा तो एक अनजान आदमी ने मेरे पास आकर मदद की थी. वो मुझे पास के सुलभ शौचालय ले गया. वहां पर मैंने हाथ-मुंह धोकर वकील के कपड़े पहने. वकील की ड्रेस वही व्यक्ति लेकर आया था.
पुलिस- तुम कोर्ट का रास्ता जानते थे क्या, वहां कैसे पहुंचे.
विजय- नहीं, मैं कोर्ट का रास्ता नहीं जानता था. जो व्यक्ति मुझे बस स्टेशन पर मिला, वही कोर्ट ले गया था.
पुलिस- तुम कोर्ट की बिल्डिंग के अंदर कैसे पहुंचे.
विजय- मुझे वही व्यक्ति कोर्ट के अंदर लेकर गया था. मैं बस उसके पीछे-पीछे चलता चला गया.
पुलिस- तुमने जीवा को कैसे पहचाना और उस दिन कब जीवा को पहली बार देखा.
विजय- मुझे उसी व्यक्ति ने पहली बार जीवा की पहचान करवाई. जब वो जेल वैन से नीचे उतर रहा था. मैं खुद वकीलों की भीड़ में उस तक पहुंचा था.
पुलिस- जो मददगार था, वो कहां चला गया.
विजय. वो जीवा की पहचान करवाने के बाद वहां से निकल गया था.
पुलिस- तुम्हारा मुंगेर से क्या कनेक्शन है, मुंगेर क्यों गए थे.
विजय- मैं मुंगेर में सोनू नाम के लड़के से पिस्टल लेकर सप्लाई करता था. कई महीनों से मैं यह काम कर रहा था. मुंगेर से पिस्टल लेकर मैं मुंबई में कई बार सप्लाई कर चुका हूं.
इन सभी सवालों के बाद भी अब तक ये साफ नहीं हो पाया कि संजीव जीवा की हत्या के पीछे किस आतिफ नामक शख्स की भूमिका है और हत्या के लिए विजय को ही क्यों चुना गया.
विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट की कोर्ट में हुई थी हत्या
गौरतलब है कि विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट की कोर्ट में शूटर विजय ने संजीव जीवा की हत्या की थी. कोर्ट में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी वकील ने बताया था कि कोर्ट में भीड़ थी. जीवा सुनवाई का इंतजार कर रहा था. तभी शूटर आया और अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. मौके पर मौजूद एक महिला की गोद में बच्ची थी. इस दौरान मासूम की पीठ पर गोली लगी, जो पेट से निकल गई.
वहीं, महिला के अंगूठे में गोली लगी. इस दौरान एक पुलिस कांस्टेबल को भी गोली लगी. उधर, संजीव जान बचाने के लिए अंदर भागा और वो 10 से 15 मिनट तक बेसुध पड़ा रहा. शूटर कह रहा था कि हम जीवा को मारने आए थे और मार दिया.
संतोष शर्मा