उत्तर प्रदेश के बांदा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक युवक की महिला से बातचीत करना उसके लिए भारी पड़ गया. दोस्ती के बदले उसे अपहरण, मारपीट, फिरौती और लूट का शिकार होना पड़ा. पुलिस ने मामले में महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और एक की तलाश जारी है.
मामला कानपुर निवासी दयाराम से जुड़ा है. वह नगर निगम में सफाई सुपरवाइजर है और किराए के मकान में रहता है. उसी मकान में पहले बांदा के चिल्ला थाना क्षेत्र निवासी पिंटू उर्फ शिवगोविंद अपनी पत्नी मोना के साथ रहता था. इसी दौरान मोना और दयाराम के बीच बातचीत शुरू हो गई. जब पिंटू को इस संबंध का पता चला, तो वह पत्नी के साथ किराए का कमरा छोड़ फतेहपुर चला गया.
11 जुलाई को मोना ने फोन कर दयाराम को फतेहपुर बुलाया. वहां पहुंचते ही पिंटू और उसके साथियों ने दयाराम का अपहरण कर लिया और चिल्ला ले जाकर दो दिन तक बंधक बनाए रखा. इस दौरान पीड़ित से 5 लाख की फिरौती मांगी गई. तमंचे की नोंक पर उससे सोने की चेन, अंगूठी और नगदी छीन ली गई. इतना ही नहीं, UPI लिमिट के तहत दो दिन में करीब 2.99 लाख रुपये भी ट्रांसफर करा लिए गए.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
किसी तरह दयाराम पुलिस तक पहुंचा और चिल्ला थाने में मामला दर्ज कराया. ASP शिवराज ने बताया, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से सोने की चेन, अंगूठी, ₹3 लाख 69 हजार 800 और एक अवैध तमंचा बरामद हुआ है. एक अन्य आरोपी अब भी फरार है. मामले में विस्तृत जांच जारी है.
सिद्धार्थ गुप्ता