लखनऊ में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरोह फर्जी वेबसाइट, पोर्टल और सॉफ्टवेयर के जरिए अवैध रूप से सर्टिफिकेट तैयार करता था.
गिरफ्तार आरोपियों में लाल बिहारी, रवि वर्मा, सोनू वर्मा, बंशराज वर्मा और सत्यरोहन शामिल हैं. एसटीएफ ने लाल बिहारी को दुबग्गा तिराहे से पकड़ा. पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर बाकी चार आरोपी गोंडा जिले के मोती नगर थाना क्षेत्र से पकड़े गए.
फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वालों भंडाफोड़
छापेमारी में पुलिस ने 14 आयुष्मान कार्ड, कई मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, 25 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, कई मृत्यु प्रमाण पत्र, हार्ड डिस्क, 27 हजार रुपये नकद और वेगनर कार बरामद की है. जांच में पता चला कि आरोपी Google, YouTube और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से वेबसाइट बनाते थे.
पुलिस ने पांच शातिर बदमाशों को किया गिरफ्तार
वेबसाइट को यूसटेबल कंपनी से होस्ट और क्लाउड डेटाबेस से कनेक्ट कर फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करते थे. आरोपियों ने अब तक 1,40,000 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और 2500 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए हैं. इसके बदले में वे प्रति प्रमाण पत्र 600 से 1000 रुपये तक लेते थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.
संतोष शर्मा