धोखाधड़ी, गुंडा टैक्स वसूली, CM की फोटो से छेड़छाड़...विवादों में रहा है लखनऊ का Y श्रेणी सुरक्षा प्राप्त मनोज सिंह

लखनऊ में Y श्रेणी सुरक्षा प्राप्त और तथाकथित बीजेपी नेता मनोज सिंह पर चटोरी गली के दुकानदारों से जबरन वसूली की पहले भी एक FIR दर्ज हो चुकी है. ये FIR स्मारक समिति के असिस्टेंट मैनेजर की तरफ से 2023 को दर्ज कराई गई थी. 

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लखनऊ में वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त मनोज सिंह पर लगे आरोप लखनऊ में वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त मनोज सिंह पर लगे आरोप

संतोष शर्मा

  • लखनऊ ,
  • 08 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 4:37 PM IST

लखनऊ के गौतम पल्ली थाना क्षेत्र स्थित चटोरी गली में खाना खाने गए एक परिवार से बदसलूकी करने वाले Y श्रेणी सुरक्षा प्राप्त मनोज सिंह पर पुलिस का शिकंजा कस सकता है. मनोज सिंह पर चटोरी गली के दुकानदारों से जबरन वसूली और लोगों से दबंगई दिखाने की पहले भी एक FIR दर्ज हो चुकी है. ये FIR स्मारक समिति के असिस्टेंट मैनेजर की तरफ से 2023 को दर्ज करवाई गई थी. 

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दरअसल, तत्कालीन एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने जब चटोरी गली का निरीक्षण किया तो दुकानदारों ने मनोज सिंह और उसके साथियों पर जबरन दुकानों से गुंडा टैक्स वसूली की शिकायत की थी. इसी के बाद 6 दिसंबर 2023 को स्मारक समिति के असिस्टेंट मैनेजर की तरफ से गौतम पल्ली थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. वहीं, ताजा मामले में पुलिस ने पीड़ित परिवार के द्वारा दी गई तहरीर पर 4 लोगों का शांति भंग की मामूली धाराओं में चालान किया है. 

बता दें कि Y श्रेणी सुरक्षा प्राप्त मनोज सिंह खुद को बीजेपी नेता बताता है. हालांकि, उसके सपा-कांग्रेस आदि पार्टियों के नेताओं संग फोटोज भी मौजूद हैं. वह पूर्व में सपा का पदाधिकारी भी रह चुका है. आरोप है कि बीते रविवार की रात को उसने चटोरी गली में डिनर के लिए आए एक परिवार के साथ बदसलूकी की थी. जब मामला थाने पहुंचा तो वहां भी उसने पुलिस के सामने अपनी दबंगई दिखाई थी. 
 
थाने में दिखा रहा था अकड़ 

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दरअसल, पीड़ित रवि अपने परिवार के साथ लखनऊ के 1090 चौराहे स्थित चटोरी गली में खाना खाना गया था जहां पर गलत ऑनलाइन पेमेंट को लेकर होटल संचालकों के साथ विवाद हो गया था. आरोप है कि इसी दौरान होटल संचालकों ने रवि और उसके परिवार के साथ मारपीट और बदसलूकी की. जिसपर रवि ने 112 नंबर पर फोन करके पुलिस बुलाई, जो दोनों पक्षों को थाने ले गई.

इस बीच ट्रैक सूट पहने और कमर में पिस्टल लगाए मनोज सिंह भी थाने पहुंच गया और पुलिसवालों के सामने रौब दिखाने लगा. उसने सत्ताधारी दल से जुड़े होने की हनक दिखाते हुए पीड़ित पक्ष पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया. आखिर में उसने खुद को बीजेपी नेता और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बताते हुए कथित तौर पर हमलावरों को छुड़वा लिया. थाने के सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हो सकती है. 

पुलिस की भूमिका पर सवाल

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान गौतमपल्ली थाने में मौजूद पुलिसकर्मी दबंग मनोज सिंह के सामने नतमस्तक नजर आए. चौकी इंचार्ज ने उल्टा पीड़ित रवि पर कार्रवाई की चेतावनी दी. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसीपी हजरतगंज को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद ही पीड़ित की तहरीर पर विधिक कार्यवाही शुरू हो सकी. 

कौन है मनोज सिंह?

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बलिया जिले के बैरिया निवासी मनोज सिंह वर्तमान में लखनऊ के विभूति खंड में रहता है. वह चटोरी गली में दुकानों का संचालन करता है. विवादित छवि वाला मनोज सिंह 2022 में समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुआ था. Y श्रेणी सुरक्षा प्राप्त इस व्यक्ति पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं. उसके ऊपर धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं. 

सत्ता के हिसाब से चोला बदलने वाला मनोज सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव में बलिया की बैरिया सीट से टिकट पाने की कोशिश में था, लेकिन सपा ने टिकट नहीं दिया तो वह भाजपाई हो गया. मनोज सिंह की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं संग भी फोटो है. 

मनोज सिंह के ऊपर दिसंबर 2023 में बलिया के बैरिया थाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर से छेड़छाड़ करने की FIR तक दर्ज है. दिसंबर 2023 में बेरिया थाने में धनंजय सिंह की तरफ से दर्ज कराई गई FIR में आरोप लगाया गया था कि मनोज ने नवंबर 2023 में अखबारों और सोशल मीडिया में छपी तत्कालीन मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र और मुख्यमंत्री योगी की तस्वीर को एडिट किया था. उसने मुख्यमंत्री की तस्वीर को हटाकर मुख्य सचिव को गुलदस्ता देते हुए अपनी फोटो 22 नवंबर 2023 को सोशल मीडिया पोस्ट कर इलाके में खुद को दुर्गाशंकर मिश्र का करीबी बताया था. 

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