समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 11 और उम्मीदवारों का ऐलान किया है. सपा की 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर जारी की गई दूसरी सूची में मिश्रिख संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी के पुराने नेता एवं दो बार मंत्री रह चुके रामपाल राजवंशी को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद पार्टी में खुशी का माहौल है. रामपाल राजवंशी 1996 में पहली बार मिश्रिख विधानसभा विधायक बनकर यूपी की विधानसभा पहुंचे थे. 1996 में लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव जीतने के कारण गठबंधन की सरकार में उन्हें वैकल्पिक ऊर्जा राज्य मंत्री बनाया गया था. इसके बाद वर्ष 2007 में पार्टी में शामिल होकर रामपाल राजवंशी चुनाव लड़कर विधायक बने.
अखिलेश सरकार में कारागार राज्य मंत्री बने
वर्ष 2012 में पुनः सपा के ही टिकट पर चुनाव लड़कर जीते रामपाल राजवंशी को अखिलेश यादव की सरकार में कारागार राज्य मंत्री बनाया गया. इसके बाद से लगातार हुए दो चुनाव में सपा से ही मिश्रिख विधानसभा सीट से रामपाल चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन बीजेपी लहर के आगे उन्हें जीत हासिल नहीं हो पाई. क्योंकि रामपाल राजवंशी पासी बिरादरी के कद्दावर नेता हैं, इसलिए समाजवादी पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव के लिए उन पर दांव खेला है.
मालूम हो कि मिश्रिख लोकसभा संसदीय क्षेत्र में सीतापुर की मिश्रिख विधानसभा कानपुर की बिल्हौर तथा हरदोई की संडीला बिलग्राम- मल्लावां और बालामऊ सीट आती हैं. जिननें से सभी पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है. गौरतलब है कि भाजपा से जो अशोक रावत इस सीट से वर्तमान में सांसद हैं वे रामपाल राजवंशी के करीबी रिश्तेदार भी हैं.
11 उम्मीदवारों का ऐलान
समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 11 और उम्मीदवारों का ऐलान किया है. पार्टी ने मुजफ्फरनगर, गाजीपुर जैसी अहम लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवार उतारे हैं. मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक को टिकट दिया गया है और गाजीपुर से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को टिकट दिया गया है. सपा ने शाजहांपुर से राजेश कश्यप, हरदोई से उषा वर्मा, मिश्रिख लोकसभा सीट से रामपाल राजवंशी, मोहनलालगंज से आरके चौधरी, प्रतापगढ़ से एसपी सिंह बघेल, बहराइच से रमेश गौतम, गोंडा से श्रेया वर्मा, चंदौली से वीरेन्द्र सिंह और आंवला लोकसभा सीट से नीरज मौर्य को टिकट दिया है.
अरविंद मोहन मिश्रा