UP एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो एसटीएफ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नाम पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर विभागीय अधिकारियों को नोटिस भेजता था और ठगी को अंजाम देता था. इस गिरोह के दो सदस्य प्रयागराज निवासी बजरंगी लाल गुप्ता और फतेहपुर निवासी जयप्रकाश तिवारी को कौशांबी जिले से गिरफ्तार किया गया है.
बीएसए, डीआईओएस समेत कई थे टारगेट
जांच में सामने आया है कि गिरोह ने कई जिलों के बीएसए, डीआईओएस और परीक्ष नियंत्रकों को टारगेट किया था. फर्जी नोटिसों के ज़रिए उनसे गोपनीय सूचनाएं मांगी गईं. कौशांबी के डीआईओएस को भी इस गिरोह ने अधिकारियों के नाम से फर्जी नोटिस भेजा था, जिसमें कुछ शिक्षकों की गोपनीय जानकारी मांगी गई थी. आरोपियों ने फोन कर जल्द से जल्द जानकारी भेजने का दबाव भी बनाया.
तीन मोहरे, दो मोबाइल फोन बरामद
गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन मोहरे, दो मोबाइल फोन, एक टैबलेट और अलग-अलग अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर किए गए कई दस्तावेज बरामद हुए हैं.
एसटीएफ जांच में खुलासा हुआ कि बजरंगी लाल गुप्ता 2013 में कौशांबी में शिक्षक पद पर भर्ती हुआ था, लेकिन शिकायत के बाद उसकी हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट फर्जी पाई गई, जिसके चलते उसे माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था.
इतना ही नहीं, बजरंगी ने 2016–17 की शिक्षक भर्ती में 17 अभ्यर्थियों से नौकरी दिलाने के नाम पर भारी रकम वसूली थी और फर्जी सेटिंग करके उनकी जॉइनिंग करवाई थी. इस पूरे मामले में झांसी जिले के दो थानों में एफआईआर भी दर्ज है. एसटीएफ गिरोह के नेटवर्क और अन्य साथियों की तलाश में जुटी है.
संतोष शर्मा