उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में अधिकारियों की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. अधिकारियों ने पीएम आवास योजना के तहत बने महिला लाभार्थी के सरकारी घर को बुलडोजर चलवाकर गिरवा दिया. इसके बाद महिला न्याय के लिए अधिकारियों की चौखट पर कई महीनों से चक्कर लगाती रही. मगर, कोई सुनवाई नहीं होने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से रोते हुए न्याय के लिए गुहार लगाई है.
मामला जनपद के विकास खंड भादर के भेवई गांव का है. यहां की रहने वाली संध्या पांडे को साल 2022 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकारी आवास मिला था. इसके बाद महिला ने पैसा कम पड़ जाने के कारण अपने रिश्तेदारों से रुपये उधार लेने के साथ ही अपने गहने बेच दिए. किसी तरह से परिवार का अपने आशियाने का सपना पूरा हो गया.
छप्पर में दिन बिता रही है पीड़िता
इसके बाद पूरा परिवार नए घर में जाने की योजना बना रहा था. तभी 6 फरवरी को उनके सपनों को प्रशासन ने कुचल दिया. दरअसल, बुलडोजर चलवाकर प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित महिला के पूरे घर को गिरवा दिया गया. इसके बाद महिला अपने दो बच्चों के साथ छप्पर में रहकर एक एक दिन काट रही है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से लगाई न्याय की गुहार
वहीं, प्रशासन के द्वारा पूरे घर को गिरवाए जाने के बाद पीड़ित महिला लगातर अधिकारियों के कार्यालय पर चौखट पर न्याय की गुहार लगा रही है. न्याय न मिलते देख पीड़ित महिला ने 19 फरवरी को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खाजा में आयोजित हो रही चौपाल कार्यक्रम में रोते हुए न्याय की गुहार लगाई. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने पूरी मदद का आश्वाशन दिया है.
सरकार से मदद की लगाई गुहार
वहीं, पीड़ित महिला संध्या पांडे ने कहा कि मेरे पास कोई जमीन नही है. जैसे-तैसे लोगों से कर्ज लेकर और अपने सारे गहने बेच कर घर बनवाया था. मगर, प्रशासन ने मनमाने तरीके से बिना किसी नोटिस के मेरा घर गिरवा दिया. ग्राम प्रधान द्वारा आवास मिला था, जिसको हमने बनवाया था. सरकार से मेरा निवेदन है कि मुझे जमीन देकर मेरा घर बनवाने की कृपा करें. मेरी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है.
नियमानुसार की गई कार्रवाई- एसडीएम
वहीं, इस पूरे मामले में एसडीएम प्रीति तिवारी ने बताया कि इस मामले में दो पक्षों के बीच विवाद था. इसी को लेकर एक पक्ष ने शिकायत की थी, जिसके बाद उनके घर को गिरा दिया गया. सभी काम नियमानुसार किया गया है.
अभिषेक कुमार त्रिपाठी