5 बजकर 44 मिनट पर रिकॉर्ड हुआ बहन कंचन के मोबाइल में निक्की को आग लगने वाला वीडियो, जुड़ गईं कड़ियां 

निक्की हत्याकांड में पुलिस जांच से अहम खुलासे हो रहे हैं। कंचन के मोबाइल की जांच से पता चला कि निक्की को आग लगाने का वीडियो 5 बजतक 45 पर रिकॉर्ड हुआ, यानी घटना 5.44 के आसपास हुई होगी. पुलिस अब पुलिस सीसीटीवी और CDR से सच्चाई तलाश रही है. वहीं पुलिस को पता है कि निक्की के पति विपिन पर पहले से मारपीट-शोषण का केस भी दर्ज है.

Advertisement
निक्की को आग लगाने का समय पुलिस को जांच में पता चल गया (Photo: Screengrab/ITG) निक्की को आग लगाने का समय पुलिस को जांच में पता चल गया (Photo: Screengrab/ITG)

अरविंद ओझा

  • ग्रेटर नोएडा ,
  • 26 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:20 PM IST

ग्रेटर नोएडा के बहुचर्चित निक्की हत्याकांड में हर दिन कड़ियां जुड़ती जा रही है.जांच के दौरान पुलिस ने निक्की की बहन कंचन का मोबाइल खंगाला और बयान लिया.जिससे कई अहम जानकारियां सामने आईं. 

कंचन ने बयान दिया है कि सोशल मीडिया पर जो मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है, वह 11 फरवरी का है.जबकि निक्की को आग लगने की घटना 21 अगस्त की बताई जा रही है.मोबाइल की जांच से यह तथ्य स्पष्ट हुआ कि आग लगने वाला वीडियो 5 बजकर 45 मिनट पर रिकॉर्ड किया गया था.इससे यह अनुमान लगाया गया कि निक्की को आग 5 बजकर 44 मिनट पर लगी होगी.

Advertisement

मोबाइल से मिली अहम टाइमिंग

कंचन के फोन की जांच करने पर पुलिस को पता चला कि वीडियो 5:45 पर शूट हुआ.इसका मतलब साफ है कि आग लगने का समय इससे कुछ सेकंड पहले का रहा होगा.अब पुलिस इस टाइमिंग के आधार पर आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR) और लोकेशन के जरिए यह पता लगाने में जुटी है कि घटना के दौरान घर में कौन-कौन मौजूद था और किसकी गतिविधि क्या रही.जांच अधिकारी मानते हैं कि इस टाइमिंग से पूरी कहानी का घटनाक्रम और साफ तरीके से सामने आ सकता है. 

विपिन पर पहले से दर्ज था केस

इस पूरे मामले में आरोपी बनाए गए विपिन का आपराधिक इतिहास भी धीरे-धीरे सामने आ रहा है.जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर 2024 में नोएडा के जारचा थाने में एक लड़की ने विपिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी.उस शिकायत में मारपीट और शोषण के आरोप लगाए गए थे.सूत्र बताते हैं कि उस समय विपिन और उस लड़की के बीच अफेयर चल रहा था.निक्की और उसकी बहन ने दोनों को एक बार रंगे हाथों पकड़ भी लिया था.इसके बाद विवाद बढ़ गया था.मामला दबाने के लिए विपिन ने उस लड़की की पिटाई कर दी थी.उसी आधार पर लड़की ने विपिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.यह पृष्ठभूमि पुलिस के लिए जांच में एक अहम आधार बन सकती है. 

Advertisement

अस्पताल में भी बोला झूठ 

घटना वाले दिन यानी 21 अगस्त को निक्की को गंभीर हालत में फोर्टिज अस्पताल ले जाया गया था.अस्पताल की शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया कि जलने की वजह गैस सिलेंडर का फटना है.लेकिन जब पुलिस ने घटनास्थल की पड़ताल की तो सिलेंडर फटने जैसा कोई सबूत नहीं मिला.इसके उलट, मौके से थिनर की बोतल और एक लाइटर बरामद हुआ. 

अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अस्पताल की रिपोर्ट में सिलेंडर फटने का जिक्र किस आधार पर किया गया.इसके लिए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के बयान दर्ज किए जाएंगे.साथ ही अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किया जाएगा, ताकि यह साफ हो सके कि निक्की को अस्पताल कौन लेकर आया और उस दौरान किन-किन लोगों की वहां मौजूदगी रही. 

पुलिस की जांच का दायरा बढ़ा

पुलिस अब घटना के हर पहलू को सिलसिलेवार तरीके से जोड़ने में जुटी है.सबसे पहले मोबाइल से मिले वीडियो की टाइमिंग के आधार पर सीसीटीवी और कॉल डिटेल्स को खंगाला जाएगा.दूसरी तरफ, फोर्टिज अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ से पूछताछ कर यह पता लगाया जाएगा कि सिलेंडर फटने का जिक्र रिपोर्ट में क्यों और कैसे किया गया.साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि निक्की को अस्पताल कौन लेकर गया था देवेंद्र, सास-ससुर या कोई और? इस राज़ को सुलझाने के लिए अस्पताल का सीसीटीवी सबसे अहम सबूत साबित हो सकता है. 

Advertisement

पुराने विवाद की परतें

जांच अधिकारियों का मानना है कि विपिन और निक्की के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा था.विपिन के खिलाफ पहले दर्ज एफआईआर इस बात की गवाही देती है कि उसका व्यवहार हिंसक रहा है.दूसरी तरफ, अफेयर की खबरें और उससे जुड़े विवाद ने इस रिश्ते को और खराब कर दिया था.सूत्रों के अनुसार, जब निक्की और कंचन ने विपिन और दूसरी लड़की को पकड़ लिया था, तभी से घर का माहौल तनावपूर्ण हो गया था.निक्की ने कई बार अपनी सुरक्षा और भविष्य को लेकर चिंता जताई थी. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement