यूपी के गोरखपुर में रिश्तों को शर्मसार करने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक सगे भाई ने 5 लाख रुपये के मुआवजे को लेकर हुए विवाद में अपनी छोटी बहन की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी ने शव बोरे में भरकर बाइक से कुशीनगर में फेंक आया. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ के आधार पर कातिल भाई को गिरफ्तार कर लिया है.
पैसों के विवाद में रची हत्या की साजिश
गोरखनाथ थानाक्षेत्र के नयागांव की रहने वाली 19 वर्षीय नीलम निषाद की गुमशुदगी की सूचना 27 अक्टूबर की शाम दी गई थी. अगले दिन परिवारीजनों ने ही उसके बड़े भाई रामआशीष पर हत्या का आरोप लगाया. मृतका के पिता चिंकू निषाद ने बताया कि कुछ महीने पहले सड़क चौड़ीकरण में उनकी जमीन गई थी, जिसका मुआवजा 5 लाख रुपये मिला था. नीलम की शादी तय हो चुकी थी और उस मुआवजे में से कुछ रुपये से गहने खरीदे गए थे. बड़ा बेटा रामआशीष यह मुआवजा राशि मांग रहा था, जबकि बहन उसे अपना हिस्सा बता रही थी.
गला दबाकर हत्या, बोरे में फेंक आया शव
पुलिस की पूछताछ में पहले रामआशीष ने कुशीनगर में पत्नी के पास होने की बात कहकर टालमटोल की. लेकिन सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज ने हत्या का राज खोल दिया. नीलम के लापता होने के बाद एक फुटेज में भाई रामआशीष को बाइक पर बोरा ले जाते हुए कैद किया गया था.
पूछताछ में वह पहले बोरे में गेहूं होने की बात कह रहा था, लेकिन बाद में टूट गया और उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली. उसने घर में दुपट्टे से नीलम का गला दबाया और शव को बोरी में भरकर कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में गन्ने के खेत में फेंक दिया.
CCTV फुटेज से हुआ खुलासा
बुधवार 29 अक्टूबर की देर रात पुलिस ने आरोपी भाई रामआशीष की निशानदेही पर कुशीनगर से शव बरामद कर लिया. रामआशीष पेशे से राजगीर है. उसका छोटा भाई गोलू पहले से ही लड़की भगाने के आरोप में जेल में बंद है. पिता चिंकू निषाद के मुताबिक, रामआशीष पत्नी के साथ अलग रहता है और पैतृक संपत्ति के 5 लाख रुपये को लेकर बहन से विवाद कर रहा था. पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
गजेंद्र त्रिपाठी