UP के बरेली में फर्जी दस्तावेज गिरोह का भंडाफोड़, मिलिट्री इंटेलिजेंस और पुलिस की बड़ी कार्रवाई

बरेली पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में फर्जी दस्तावेज बनाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मौके से गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके पास से कई फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किए. गिरोह लंबे समय से लोगों को शिकार बना रहा था.

Advertisement
 फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और लैपटॉप बरामद. (Photo: Ashish/ITG) फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और लैपटॉप बरामद. (Photo: Ashish/ITG)

आशीष श्रीवास्तव

  • बरेली,
  • 22 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 9:13 PM IST

बरेली पुलिस ने मिलिट्री इंटेलिजेंस लखनऊ इकाई और एसओजी टीम के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने अलग-अलग थानों में की गई कार्रवाई के दौरान कई आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि कुछ मौके से फरार हो गए.

पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट, जाति व निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, वोटर आईडी, पैन कार्ड और यहां तक कि स्टाम्प पेपर भी फर्जी तरीके से तैयार करता था. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में उपकरण बरामद हुए हैं, जिनमें लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, फिंगरप्रिंट व थंब स्कैनर मशीन, वेब कैमरा, आईरिस कैमरा, रबर स्टांप, मोबाइल फोन, टैबलेट, पैन ड्राइव और सैकड़ों फर्जी दस्तावेज शामिल हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: बरेली में चचेरे भाई की हैवानियत, 8 साल के मासूम को किया अगवा, नहीं मिली फिरौती तो कर दी हत्या

थाना सीबीगंज क्षेत्र में मुकेश देवल की दुकान से फर्जी दस्तावेज बनाने का खुलासा हुआ. थाना अलीगंज पुलिस ने देवेश पाठक को पकड़ा, जिसके पास से बड़ी मात्रा में फर्जी प्रमाण पत्र और उपकरण मिले. वहीं थाना भोजीपुरा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अजहरी जनसेवा केन्द्र से चल रहे गिरोह का पर्दाफाश किया और मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू तथा जियाउलमुस्तफा को गिरफ्तार किया. इनके पास से भी बड़ी संख्या में अधूरे और तैयार फर्जी दस्तावेज बरामद हुए.

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी Manual org.space नामक ऑनलाइन साइट के जरिए दस्तावेज तैयार करते थे. हर फर्जी प्रमाण पत्र के लिए वे 300 से 900 रुपये तक वसूलते और एक महीने में लाखों की कमाई कर रहे थे. पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश और इस गिरोह के नेटवर्क की जांच में जुटी है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement