उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस को लेकर उठे विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आगरा में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी और सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं आज भी प्रत्येक दिन सुबह एक घंटा भजन सुनता हूं, योगी जी को तो सारे भजन याद होंगे उन्हें सुनने की जरुरत नहीं है, उन्हें भजन सुनने का समय भी नहीं मिलता होगा. रामचरितमानस से किसी को शिकायत नहीं है लेकिन जो गलत है वह गलत है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले रामचरितमानस को लेकर बिहार से लेकर यूपी तक राजनीति गर्म है. बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने 'रामचरितमानस' को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था.
वहीं समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने उनसे एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा था कि रामचरितमानस बकवास है और सरकार को उस पर बैन लगा देना चाहिए. उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है. क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है.
अब अखिलेश यादव के इस बयान को इसी विवाद और 2024 की चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि बीजेपी की तरह ही समाजवादी पार्टी भी अभी से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है.
यही वजह है कि 9 फरवरी को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गाजीपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. इसको लेकर स्थानीय सपा विधायक ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 9 फरवरी को दिन में 12 बजे हेलीकाफ्टर से आएंगे और फिर जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे जिसमें भारी भीड़ होगी.
विधायक ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी की रैली बीजेपी की जनसभा से 3 गुना बड़ी होगी. वहीं मीडिया ने ओमप्रकाश राजभर को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने दम पर काम करती है छोटे-छोटे घटक दल को सभी पार्टियां अपने साथ लाने का काम करती है, हम लोगों ने भी मिलाने का काम किया था, लेकिन जब स्थिति और परिस्थिति बदली है तब भी समाजवादी पार्टी काफी मजबूत है, अब हर जाति धर्म के लोगों का राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को समर्थन मिल रहा है.
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