यूपी की कन्नौज लोकसभा सीट से जीत हासिल करने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा पद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने करहल विधानसभा सीट छोड़ दी है. इसके साथ ही अखिलेश ने यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से भी इस्तीफा दे दिया है. अब करहल सीट पर उपचुनाव कराया जाएगा.
बताया जा रहा है कि करहल विधानसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बना सकती है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष पद के लिए अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के नाम की चर्चा है. हालांकि, अंतिम फैसला सपा नेतृत्व को लेना है.
बता दें कि अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 में कन्नौज सीट से चुनाव जीता है. जबकि, 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में वह मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते थे. विधानसभा में उनके पास नेता प्रतिपक्ष का पद भी था. हालांकि, सांसद बनने के बाद उन्हें एक पद छोड़ना था. ऐसे में उन्होंने लोकसभा का सदस्य बनना चुना और विधायकी से इस्तीफा दे दिया.
करहल सीट के समीकरण सपा के मुफीद
मालूम हो कि करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में आती है, जहां से अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव सांसद हैं. करहल यादव बाहुल्य सीट है. इस सीट के जातीय और सामाजिक समीकरण सपा के मुफीद हैं.
करहल यूपी की ऐसी विधानसभा सीटों में से एक है जहां बीजेपी कभी जीत हासिल नहीं कर सकी है. कन्नौज और करहल में से एक चुनने की बारी आई तो अखिलेश और सपा के नेताओं ने फैसला लेते समय उपचुनाव के गणित का भी ध्यान रखे होंगे.
गौरतलब है कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से सपा 37 सीटें जीत कर लोकसभा में तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. उसकी सहयोगी कांग्रेस ने भी 6 सीटें जीती हैं. वहीं, बीजेपी को 33 सीटें मिली हैं और सहयोगी रालोद को 2 सीट और अपना दल (एस) को एक सीट हासिल हुई है. मायावती की पार्टी बसपा का खाता नहीं खुला है.
समर्थ श्रीवास्तव