सरकारी अस्पताल में कराया जा रहा था प्रसव, एकाएक चली गई लाइट, डाॅक्टरों ने ऐसे कराई डिलीवरी

जींद में अलेवा कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली कटौती के कारण एक महिला को मोबाइल फोन की लाइट में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. डॉक्टर ने बताया कि यहां अक्सर बिजली गुल होती रहती है जिससे अस्पताल के लोग काफी परेशान हैं.

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सांकेतिक तस्वीर. सांकेतिक तस्वीर.

aajtak.in

  • जींद,
  • 13 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 8:25 AM IST
  • मोबाइल फोन की लाइट जलाकर कराया गया प्रसव
  • डॉक्टर ने कहा- बिजली की समस्या से हैं काफी परेशान

हरियाणा के जींद में बिजली गुल हो जाने के बाद एक महिला की डिलीवरी मोबाइल फोन की लाइट की मदद से कराई गई. मामला अलेवा कस्बे का है. यहां एक महिला को डिलीवरी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. लेकिन जब उसकी डिलीवरी की जाने लगी तो अचानक से ही बिजली चली गई.

महिला दर्द से कराह रही थी जिसके बाद डॉक्टरों ने मोबाइल फोन की लाइट की मदद से ही उसकी डिलीवरी कर दी. महिला की सास ने बताया कि उनकी बहू को सोमवार के दिन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. मंगलवार को महिला की डिलीवरी की जानी थी. लेकिन उसी समय लाइट चली गई और मोबाइल फोन की रोशनी में ही महिला ने अपने बच्चे को जन्म दिया.

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उधर, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. विनोद ने कहा कि यहां अक्सर बिजली गुल होती रहती है. इस समस्या से अस्पताल के लोग काफी परेशान हैं.

आंध्र प्रदेश में कैंडल-मोबाइल और टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी

हाल ही में एक ऐसा ही मामला आंध्र प्रदेश में भी देखने को मिला. नरसीपट्टनम के एनटीआर अस्पताल में बिजली नहीं होने के कारण मोबाइल फोन की रोशनी में एक महिला की डिलीवरी करवानी पड़ी. लगभग पूरी रात अस्पताल अंधेरे में रहा. मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. महिला के पति ने बताया कि वह पत्नी को प्रसव पीड़ा के चलते एनटीआर अस्पताल में लेकर गया. उस समय अस्पताल में बिजली नहीं थी. इस दौरान नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ ने कहा कि यहां जनरेटर जैसा कोई बैकअप उपलब्ध नहीं है. इसलिए जल्द से जल्द अधिक से अधिक सेल फोन, मोमबत्तियां और टॉर्च की व्यवस्था करें. फिर उसी की मदद से महिला की डिलीवरी की गई.

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