दिवाली और छठ पर्व को लेकर बिहार जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ उमड़ रही है. ऐसे में ट्रेन में भीड़ की कई सारे वीडियो वायरल हो रहे हैं. दिवाली से ठीक एक दिन पहले ऐसा ही एक वीडियो सूरत के उधना स्टेशन से सामने आया था, जिसमें स्टेशन से एक किलोमीटर दूर तक सड़क के दोनों किनारे लोग लाइन लगा कर खड़े दिखाई दिए थे. इन सभी लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए उधना स्टेशन जाना था.
इस वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर एक बहस शुरू हो गई थी. ट्रेन पकड़ने के लिए इस तरह एक किलोमीटर लंबी लाइन में घंटों खड़े रहने और यात्रियों की परेशानी को लेकर रेलवे की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे. अब इस वायरल वीडियो को लेकर भारतीय रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर किया है.
इंडियन रेलवे ने पोस्ट शेयर कर बताई लंबी लाइन की वजह
इस सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उधना रेलवे स्टेशन पर लगी यात्रियों की लंबी लाइन लगने के पीछे की वजह बताई गई है. एक्स पर मिनिस्ट्री ऑफ रेलवेज ने @RailMinIndia नाम के हैंडल से वायरल वीडियो का जवाब देते हुए दो क्लिप और लंबा-चौड़ा पोस्ट किया है.
पोस्ट में लिखा गया है - भारतीय रेल ने 19 अक्टूबर 2025 को उधना स्टेशन पर 36,000 से अधिक यात्रियों को सुविधा प्रदान की, जो 2024 में इसी दिन की तुलना में लगभग 50% अधिक है.
भीड़ नियंत्रण के लिए की गई थी ऐसी व्यवस्था
सभी यात्री 19 अक्टूबर को शाम 4 बजे तक ट्रेन में सवार हो गए और अगले दिन अपने परिवार और प्रियजनों के साथ दिवाली मनाने के लिए अपने घर पहुंच गए. अनियंत्रित भीड़ से बचने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं.
यात्रियों की सुविधा के लिए समर्पित एक होल्डिंग एरिया बनाया गया है और बड़ी संख्या में टिकट काउंटर उपलब्ध कराए गए हैं. पिछले पांच दिनों में उधना से 1,20,000 से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है. प्लेटफॉर्म और होल्डिंग एरिया की वर्तमान स्थिति नीचे दिए गए क्लिप में दिखाई गई है.
स्टेशन के प्लेटफॉर्म और होल्डिंग एरिया की क्लिप भी साझा की
इस पोस्ट के साथ ही उधना स्टेशन के प्लेटफॉर्म और होल्डिंग एरिया की सीसीटीवी फुटेज के कई सारे क्लिप भी शेयर किए गए हैं. इसमें दिखाया जा रहा है कि प्लेफॉर्म पर लाइन में लगकर लोग ट्रेनों में सवार हो रहे हैं और दूसरे क्लिप के सारे फुटेज में सभी प्लेटफॉर्म और होल्डिंग एरिया खाली दिख रहे हैं.
रेलवे के इस पोस्ट पर लोग ट्रेनों के परिचालन में लेट-लतीफी और हद से ज्यादा भीड़ होने को लेकर सही प्रबंधन और व्यवस्था नहीं होने की बात कहते देखे गए. लोगों ने यहां तक लिखा कि पिछले साल और इस बार के दिवाली और छठ पर भीड़ की तुलना नहीं की जा सकती. क्योंकि दोनों के डेट्स अलग-अलग थे.
aajtak.in