रायबरेली का गौरव बनने चला था स्कैमर, हैकर ने ऐसे पलटी चाल... सोशल मीडिया पर बन रहा मजाक

यूपी के रायबरेली के एक युवक को लेकर सोशल मीडिया पर एक यूजर ने स्कैमर होने का दावा किया है. यूजर ने सबूत के साथ युवक की तस्वीर भी साझा की है, जो काफी वायरल हो रहा है. उस पर माइक्रोसॉफ्ट सपोर्ट स्कैम करने का आरोप लगाया जा रहा है.

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सोशल मीडिाय यूजर ने एक स्कैमर के कंप्यूटर को हैक करने का दावा कर उसकी फोटो शेयर की है (Photo - X/@NanoBaiter) सोशल मीडिाय यूजर ने एक स्कैमर के कंप्यूटर को हैक करने का दावा कर उसकी फोटो शेयर की है (Photo - X/@NanoBaiter)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 6:03 PM IST

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने यूपी के रायबरेली से ऑनलाइन स्कैम करने वाले शख्स को एक्सपोज करने का दावा किया है. यूजर का दावा है कि तथाकथित स्कैमर माइक्रोसॉफ्ट का टेक सपोर्ट बनकर लोगों को अपने जाल में फंसाता है और फिर उनकी बैंक और पहचान संबंधी सारी निजी जानकारी हासिल कर लेता है.    

एक्स पर @NanoBaiter नाम के यूजर ने एक पोस्ट ट्रेल के जरिए रायबरेली के रहने वाले गौरव त्रिवेदी नाम के शख्स के स्कैम का पर्दाफाश करने का दावा किया है. उसकी तस्वीर, वीडियो और लोगों को फंसाने के तरीके को शेयर किया है. नैनोबीटर नाम के इस यूजर ने अपने बायो में खुद को स्कैम और स्कैमर का पता लगाने वाला बताया है. एक्स पर ये पोस्ट काफी वायरल हो रहा है और इस पर रायबरेली पुलिस ने भी संज्ञान लिया है. 

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यूजर ने स्कैमर को फंसाने का किया दावा
नैनोबिटर नाम के यूजर ने अपने पोस्ट पर लिखा है- ये गौरव त्रिवेदी है जो खुद को माइक्रोसॉफ्ट सपोर्ट होने का दिखावा कर लोगों को अपने जाल में फंसाता है. इसने मुझे भी फंसाने की कोशिश की, लेकिन मैंने इसे पैसे देने के बाजाय उल्टे इसी के लैपटॉप को हैक कर लिया और इसके वेबकैम से इसकी सारी करतूत उजागर की है. 

अगले पोस्ट में उसने दावा किया है कि गौरव रायबरेली स्थित अपने घर से घोटालों को अंजाम देता है. वह एक क्लासिक माइक्रोसॉफ्ट स्कैम चलाता है.  यह आमतौर पर एक नकली पॉप-अप चेतावनी से शुरू होता है जो यूजर की स्क्रीन को लॉक कर देता है. इसके साथ ही तेज़ अलार्म बजने लगता है. फिर उन्हें एक फर्जी हेल्पलाइन पर कॉल करने के लिए कहा जाता है.

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रिमोट एक्सेस से हासिल करता था निजी जानकारी 
जैसे ही पीड़ित हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करते हैं, वो सीधे स्कैमर से जुड़ जाते हैं. इस कॉल के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाकर स्कैमर  AnyDesk या TeamViewer के जरिए पीड़ित के कंप्यूटर या लैपटॉप को ठीक करने के लिए रिमोट एक्सेस देने का दबाव डालते हैं. एक बार रिमोट एक्सेस मिलने पर उनकी सारी निजी जानकारी उड़ा लेते हैं. 

यूजर  का दावा है कि गौरव ने उस पर भी ऐसे ट्रिक का ही इस्तेमाल किया, लेकिन उसने उसे अपने रिवर्स-हैक करने वाले वर्चुअल मशीन का एक्सेस दे दिया. यूजर ने दावा किया कि इसके बाद उसने गौरव के वेबकैम फीड को कैप्चर कर लिया और उसके चेहरे को कैप्चर कर पाया.

इसके साथ ही यूजर का दावा है कि उसने अपने वर्चुअल रिवर्स हैकिंग मशीन से उसकी पहचान की, जो कॉल के दौरान सॉफ्टफोन डायलर पर दिखाई दे रहा था. उनके लैपटॉप के एक्टिव वाई-फ़ाई कार्ड का इस्तेमाल करके, रायबरेली के एक अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में उसकी लोकेशन का पता लगा पाए.

इन सारे वीडियो, फोटो और हैक करने की प्रक्रिया का स्क्रीनशॉट सबूत के रूप में ऑनलाइन शेयर करने के बाद, यूजर ने @RaebareliPolice को टैग करते हुए अधिकारियों से कार्रवाई करने की अपील की.

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पूरे मामले को लेकर रायबरेली के सीओ सिटी अमित सिंह ने बताया कि एक्स पर  स्कैम के दावे वाले पोस्ट वायरल होने के बाद रायबरेली पुलिस ने एक्स पर दिए गए डिटेल के अनुसार जब जांच की तो पता चला की लोगों को माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारी के रूप में ठगने की कोशिश करने वाला युवक शहर कोतवाली के लोधवारी कोठी निकट निराला नगर के रहने वाले शशि कुमार त्रिवेदी के पुत्र प्रियंक त्रिवेदी उर्फ गौरव त्रिवेदी है.

जब पुलिस उस पते पर पहुंची तो गौरव अपने घर से भाग चुका था. रायबरेली में किसी भी तरीके की कोई आवेदन इसके खिलाफ अभी तक नहीं मिला है. फिर भी सोशल मीडिया से जानकारी मिली है, इसलिए साइबर टीम लगी हुई है.

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