फर्जी और झोलाछाप डॉक्टरों से जुड़े मामले आए दिन दुनियाभर सामने आते रहते हैं. ऐसे लोग चंद पैसों के लिए मासूम लोगों का जान के खिलवाड़ करने में भी नहीं सोचते.
खुद को बताया डेंटल कॉलेज का लेक्चरार
इस्तांबुल सिविल कोर्ट में हाल ही में दायर ऐसे ही एक मामले के अनुसार, दांत दर्द से परेशान इस्तांबुल के 42 साल के हकन येल्ड्रिम ने काइथेन जिले में एक डेंटल क्लिनिक को इमरजेंसी अप्वाइंटमेंट के लिए कॉल किया. ये फोन सेमल सेनास्लान नाम का शख्स ने उठाया, उसने खुद को डेंटिस्ट बताया और हकन से कहा कि शाम को क्लिनिक में आकर चेकअप करा लो. जब हकन क्लिनिक में आया, तो वहां पर सेमल ही था. उसने बातचीत करते हुए पहले खुद को डेंटल कॉलेज का लेक्चरार बताया. साथ ही बतौर डेंटिस्ट अपने करियर के बारे में बड़ी - बड़ी बातें बताईं.
'मुझे काम मत सिखाओ, मैं डॉक्टर हूं या तुम?'
इसके बाद उसने हकन के दांतों का चेकअप शुरू किया और कहा कि उसके आगे के चार दांत खराब हैं और उखाड़ने पड़ेंगे. इसपर हकन ने कहा कि मेरे ख्याल से इतनी अधिक दिक्कत नहीं है कि चार दांत उखाड़ने पड़ें. इस बात से चिढ़े 'डेंटिस्ट' ने कहा कि 'मुझे मेरा काम मत सिखाओ, मैं डॉक्टर हूं या तुम? मैं नए नकली दांत तुम्हें लगा दूंगा.' ये सुनकर हकन चुप हो गया. सेमल ने एनस्थीसिया देकर दांत उखाड़ने शुरू किए. हकन पूरे प्रोसीजर में चुप रहा और उसने 1,000 Turkish liras (2,879 रुपये) की फीस भी चुकाई.
'सेमल डॉक्टर था तो मुहर क्यों नहीं लगाई?'
फिर वह 'डेंटिस्ट' के साइन किए प्रेस्क्रिप्शन के साथ फार्मेसी गया. यहां फार्मासिस्ट ने कहा कि मेडिकल इंश्योरेंस चाहिए तो प्रेस्क्रिप्शन पर डॉक्टर की मुहर जरूरी है. इसके बाद हकन को शक हुआ कि अगर सेमल डॉक्टर था तो मुहर क्यों नहीं लगाई?
'सेमल तो मेरे क्लिनिक का सफाईकर्मी है'
अगले दिन भयंकर दर्द के बावजूद, हकन डेंटल क्लिनिक में लौटा तो उसका सिर ही चकरा गया. क्योंकि वहां 'डॉक्टर सेमल' नहीं बल्कि डॉक्टर इब्राहीम लेवेंट सी थे. जब हकन ने उसे बताया कि कल 'डॉक्टर सेमल' ने उसका ऑपरेशन करके उसके चार दांत निकाल दिए हैं. इसपर वह डॉक्टर हैरान रह गया. उसने कहा आप क्या बोल रहे हैं, सेमल तो मेरा क्लीनर है और वह शाम को आकर क्लीनिक की सफाई करता है. ये सुनकर तो हकन के पांव तले जमीन खिसक गई क्योंकि किसी ने चंद पैसों के लिए उसके 4 दांत उखाड़ दिए थे.
चेहरा बुरी तरह सूज गया, बिगड़ी हालत
हकन येल्ड्रिम को दर्द के चलते तुरंत इमरजेंसी में भर्ती किया गया. उसका चेहरा बुरी तरह सूज गया था और आंखों के नीचे अजीब निशान आ गए थे. वह एक महीने तक इस दर्द से जूझता रहा. हकन के वकील ओगुज़ान एर ने अदालत को बताया कि इस मामले में सेमल सेनास्लान पूरी तरह से दोषी है. शरीर को नुकसान पहुंचाने के अलावा, उसने मेरे क्लाइंट को मेंटल ट्रॉमा दिया है. हम चाहते हैं कि सेमल सेनास्लान से 100 हजार तुर्की लीरा (2.87 लाख रुपये) की गैर-आर्थिक क्षति को $3,500 (2.91 लाख रुपये) के ब्याज सहित वसूला जाए. अदालत ने उसे ढाई साल की जेल की सजा सुनाई और हकम को नुकसान का पूरा मुआवजा भी दिलवाया.
बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी ने फर्जी डॉक्टर बनकर ऐसा कांड किया हो बल्कि झोलाछाप डॉक्टरों के कई मामले पहले भी सामने आते रहे हैं.
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