इन दिनों एक अजीब सा फोन कवर या मोबाइल फोन केस चर्चा में है. ये दिखने में और छूने में किसी इंसानी त्वचा की तरह महसूस होता है. हाथ में लेते ही ये इंसानी स्किन की तरह फील देता है, लेकिन ये पूरी तरह से आर्टिफिशियल है और सिलिकॉन से बना हुआ है.
इस तरह के फोन कवर में ज्यादा देर तक धूप में रहने पर सनबर्न भी होने लगता है. ऐसे में ये बताता है कि आप पर अल्ट्रा वॉयलेट किरणों का असर हानिकारक स्तर तक पहुंच चुका है और आप इससे सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल कर सकते हैं या धूप से निकल सकते हैं. इन दिनों यूरोप और अमेरिका में भीषण गर्मी पड़ रही है. यही वजह है कि इंसानी त्वचा की तरह दिखने वाला ये अजीबोगरीब फोन कवर चर्चा में है.
ये बताता है कि कब आप सनस्क्रीन लगा सकते हैं
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार शोधकर्ता मार्क टेसियर ने स्किनकेस बनाने के लिए एक कंपनी के साथ साझेदारी की है. यह दिखने, छूने और धूप में ले जाने पर बिल्कुल मानव त्वचा की तरह प्रतिक्रिया करता है. इसमें धूप से सनबर्न भी होता है, ठीक वैसा ही, जैसा हमलोगों की त्वचा पर प्रभाव पड़ता है.
इंसानी त्वचा वाले फोन कवर बनाने की ऐसे मिली प्रेरणा
टेसियर को ऐसा फोन कवर बनाने की प्रेरणा तब मिली, जब शोध में ये बात पता चली कि हाई यूवी इंडेक्स में रहते हुए लोग कितनी बार अपने फोन को चेक कर ये पता करते हैं कि सनस्क्रीन लगाना है. इस दौरान फोन चेक करने की संख्या और सनस्क्रीन लगाने की फ्रीक्वेंसी के बीच एक बड़े गैप का पता चला.
ऐसे में इस इस इंसानी स्किन वाले फोन कवल के इस्तेमाल करना बेहद उपयोगी साबित हो सकता है. क्योंकि जैसे ही फोन का केस जलने लगता है, यह सनस्क्रीन लगाने के लिए एक रिमाइंडर के रूप में काम करता है.
स्किन से जुड़ी देखभाल के लिए जागरूक करता है ये फोन केस
टेसियर ने कहा कि मेरा काम अक्सर हमारे डिजिटल जीवन और हमारी शारीरिक भलाई के बीच की खाई को पाटने का प्रयास करता है. स्किनकेस इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और इसके लिए सकारात्मक व्यवहार करने को प्रोत्साहित करने के लिए तकनीक का उपयोग किया जा सकता है.
सिलिकॉन से बनाई गई है आर्टिफिशियल त्वचा
टेसियर का कहना है कि ये फोन कवर भले ही यह देखने में अजीब और डरावना और वास्तविक स्किन जैसा लगे, लेकिन यह कृत्रिम है. टेसियर ने सिलिकॉन को यूवी-प्रतिक्रियाशील तत्वों के साथ मिलाकर, इंसानी स्किन जैसे इस बेहद परिचित एहसास को दोहराया. उन्होंने 3डी प्रिंटिंग और हाथ से गढ़ने की तकनीकों का भी इस्तेमाल किया और इंजीनियर्ड एपिडर्मिस में अलग-अलग झुर्रियां उकेरीं.
छुट्टियां पर जाने के दौरान रिमाइंडर का काम करता है कवर
इस फोन कवर को बनाने वाली कंपनी के अधिकारी क्रिस हिंडेनाच ने कहा कि हमारे नए शोध के अनुसार, मोबाइल रोजमर्रा की जिंदगी का एक अनिवार्य हिस्सा है. विशेष रूप से छुट्टियों के दौरान जब हम समुद्र किनारे या खुली जगह पर घूमने गए हो. हमने स्किनकेस का निर्माण वास्तविक समय में यह दिखाने के लिए किया है कि सनबर्न के प्रभाव कितने गंभीर हो सकते हैं. साथ ही छुट्टियों में जाने वालों के बीच धूप से सुरक्षा को बढ़ावा भी दिया है.
तीन स्किन टोन में बना है ये फोन केस
स्किनकेस को तीन अलग-अलग त्वचा टोन में बनाया गया है. प्रत्येक कवर रंग बदलकर यूवी किरणों पर प्रतिक्रिया करता है और यह बिल्कुल असली इंसानी चमड़े की तरह दिखता है. टेसियर सिंथेटिक त्वचा के लिए कोई अजनबी नहीं हैं. शोधकर्ता ने पहले भी एक कृत्रिम त्वचा बनाई थी जो मोबाइल फोन पर चिपक जाती है.
पहले भी असली स्किन जैसा कवर बना चुके हैं टेसियर
2019 में, जब उन्होंने इस तकनीक को दुनिया के सामने पेश किया, तो उन्होंने न्यू साइंटिस्ट को बताया कि वह बस अपने फ़ोन को चुटकी में पकड़ना चाहते थे, इसलिए उन्होंने एक ऐसा मोबाइल एक्सेसरी बनाया जो मानवीय स्पर्श को महसूस कर सके और आराम के तौर पर उस संवेदना का जवाब भी दे सके.
जैसे-जैसे अमेरिका में भीषण गर्मी बढ़ती जा रही है और यूरोप तथा एशिया में गर्म हवाएं चल रही हैं. वैसे-वैसे धूप सेंकने वालों के लिए हानिकारक यूवी स्तरों की एक डरावनी और प्रभावी चेतावनी प्रणाली के रूप में ऐसे फोन कवर स्वागत योग्य हैं.
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