पश्चिमी फ्रांस की 47 साल की एक महिला पिछले 14 वर्ष से विशिष्ट अंग्रेजी लहजे में बोल रही है. दरअसल, वो बोलती फ्रेंच ही है, लेकिन सुनने वालों को ऐसा लगता है जैसे वो अंग्रेजी बोल रही हों, क्योंकि उनका एसेंट या लहजा विशुद्ध ब्रिटिश हो गया है. ऐसा तब हुआ जब उसने अपने गले की एक सर्जरी करवाई, दरअसल, उसने अपना टॉन्सिल निकलवाया था. उसके बाद से ही उसके बोलने के लहजे में बदलाव आ गया.
महिला का नाम लेटिटिया है. लेटिटिया ने दशकों पहले स्कूल में कुछ अंग्रेजी के शब्द सीखे थे, लेकिन उन्हें अपनी मातृभाषा में बोलते हुए सुनने पर आपको लगेगा कि वह इंग्लैंड में पैदा हुई थी. 14 वर्षों से, लेटिटिया एक ऐसे अंग्रेजी लहजे में बोल रही है जिससे अधिकांश लोग सोचते हैं कि वह एंग्लो-सैक्सन है.
टॉन्सिल सर्जरी के बाद अंग्रेजी बोलने लगी फ्रेंच महिला
लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज़्यादा अजीब है - 47 वर्षीय महिला तब से अपने अंग्रेजी लहजे में ही उलझी हुई है जब से वह टॉन्सिल हटाने की सर्जरी से जागी है. उसके बच्चे पहले भी इसी प्रक्रिया से गुज़र चुके हैं और वे नाक से बात करते थे, लेकिन कुछ दिनों के बाद यह ठीक हो गया, इसलिए वह शुरू में बहुत चिंतित नहीं थी, लेकिन जैसे-जैसे सप्ताह बीतते गए, उसका अजीब लहजा उतना ही मजबूत होता गया.
शुरुआत में लगा समान्य है समस्या
लेटिटिया ने बताया कि जब मैं ऑपरेशन के बाद उठी, तो मेरा उच्चारण ऐसा था. मैंने ऑपरेशन के बाद सर्जन को दिखाया. उन्होंने किसी विशेष समस्या का उल्लेख नहीं किया, इसलिए मैं चिंतित नहीं थी. फिर मैं तीन सप्ताह बाद पोस्ट-ऑपरेशन अपॉइंटमेंट पर गई. उन्होंने मुझसे कहा कि सब ठीक है, सब कुछ ठीक है, मैंने उनसे पूछा कि मैं अपनी आवाज कब वापस पाऊंगी. उन्होंने जवाब दिया -आपको धैर्य रखना होगा.
साल दर साल बीतते गए, लेकिन ठीक नहीं हुआ डिसऑर्डर
तीन महीने बाद, वह फिर से डॉक्टर के पास गई और उनसे कहा कि वह काफी धैर्यवान थी, लेकिन उन्हें अपनी पुरानी आवाज वापस चाहिए. पहले तो उसे समझ में नहीं आया कि वह क्या बात कर रही थी, और जब उसने उसे अंग्रेजी लहजे के बारे में बताया, तो उसने उससे पूछा, 'क्या तुम एंग्लो-सैक्सन नहीं हो?' यहां तक कि डॉक्टर को भी यकीन नहीं हुआ कि वह सही अंग्रेजी नहीं बोलती थी, बल्कि उसका लहजा अजीब था.
डॉक्टर भी नहीं समझ पा रहे थे रहस्य
जांच में सब कुछ सामान्य पाया गया. लेटिटिया के डॉक्टर ने उससे कहा कि मुझे नहीं पता कि तुम्हें क्या बताऊं, तुम विज्ञान के लिए एक रहस्य हो. पिछले कुछ सालों में लेटिटिया ने कई डॉक्टरों को दिखाया, जिसमें एक ईएनटी विशेषज्ञ भी शामिल था, लेकिन कोई भी उसे यह नहीं बता पाया कि उसने अंग्रेजी उच्चारण क्यों विकसित किया है या इससे छुटकारा पाने का कोई तरीका है या नहीं.
फिर पता चला इस दुर्लभ सिंड्रोम का
आखिरकार उसे फॉरेन एक्सेंट सिंड्रोम का पता चला , जो एक अत्यंत दुर्लभ स्थिति है जो दुर्घटना, स्ट्रोक या ऑपरेशन के कारण हो सकती है. लेटिटिया के मेडिकल रिकॉर्ड से पता चलता है कि उसके टॉन्सिल सर्जरी के दौरान, मस्तिष्क के एक क्षेत्र को कम अच्छी तरह से सिंचित किया गया था, जिसके कारण उसका अंग्रेजी उच्चारण हो सकता है.
हालांकि वह अभी भी अपनी पुरानी आवाज़ वापस पाना चाहती है और कुछ लोगों को लगता है कि वह उनके साथ खिलवाड़ कर रही है, खासकर परिवार के सदस्य जिन्होंने उससे कुछ समय से बात नहीं की है, लेटिटिया को अपने असामान्य उच्चारण की आदत हो गई है. यह अब उसका हिस्सा बन गया है, इसलिए उसने इसे स्वीकार करना सीख लिया है.
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