इन दिनों बिल्लियों के लिए बनाए गए एक मिनिएचर अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन और उसके अंदर चलने वाली ट्रेन का वीडियो काफी चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना है कि यह AI जेनरेटेड है. जबकि, इसे बनाने वाले शख्स ने दावा किया है कि उसने और उसकी टीम ने चार महीने की मेहनत के बाद इसे तैयार किया है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हाथ से बने छोटे अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन ने सोशल मीडिया पर धमाल मचा रखा है. कुछ नेटिजन्स को संदेह था कि बिल्ली के लिए बनाया गया रेलवे स्टेशन का यह मिनिएचर एआई द्वारा बनाया गया था, लेकिन इसके निर्माता, जिंग जिलेई ने एक क्लिप पोस्ट की है. इसमें दिखाया गया कि यह पूरी तरह से असली और हस्तनिर्मित है.
चर्चा में मिनी अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन
मध्य चीन के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और यूट्यूबर जिंग जिलेई ने अपनी बिल्लियों के लिए एक छोटा भूमिगत स्टेशन बनाने में चार महीने का समय लगाया है. इससे पहले वो अपनी बिल्लियों के लिए आलीशान फ्लैट की प्रतिकृति बनाने के बाद चर्चा में आए थे.
पालतू कुत्ते और बिल्लियों के लिए बनाते रहते हैं छोटी चीजें
हेनान प्रांत के एक जिंग के भूमि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 1.2 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं. उनके हस्तनिर्मित कार्यों में छोटे घर, बैंक और पालतू जानवरों के लिए गैरेज शामिल हैं. जिंग अपनी पत्नी, बेटे, एक शिबा इनु कुत्ते और दो बिल्लियों के साथ रहते हैं. इनका नाम 'नॉट बैड' और 'प्रिटी गुड' है.
17 अगस्त को जिंग ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर किया था. इसमें उन्होंने हाथ से बनाए गए एक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन, ट्रेन, लिफ्ट और सीढ़ियों का मिनिएचर दिखाया, जिसे उन्होंने अपनी बिल्लियों के लिए बनाया था.
मिनी मेट्रो स्टेशन में दिखी ये चीजें
यह छोटा सा स्टेशन आश्चर्यजनक रूप से वास्तविक लगता है, जिसमें छोटा प्लेटफार्म, सुरक्षा दरवाजे और यहां तक कि कार्यशील एस्केलेटर भी हैं. साथ ही एक छोटी रेलगाड़ी पटरी पर चलती दिखाई देती है. ट्रेन प्लेटफार्म पर आकर रुकती है तथा बिल्लियां उस में चढ़ती और उतरती दिखती हैं.
अंदर बिल्लियों के लिए पर्याप्त जगह भी है तथा उनमें टिकने के लिए छोटी सीटें और छोटे-छोटे रेलिंग लगे हैं. प्रतीक्षा करते समय बिल्लियां ट्रैक के पार लगे विज्ञापन बोर्डों को देख सकती हैं. यहां तक कि स्टेशनों के नाम भी अजीबोगरीब हैं. जिंग ने जो नाम बताया उसका नाम कैट टाउन है, जबकि लाइन पर कैटनीप हिल और मूनवॉचर टेरेस जैसे नाम भी हैं.
वीडियो की हो रही काफी चर्चा
ज़िंग ने कहा कि वीडियो पोस्ट करने के कुछ ही दिनों के भीतर, 100 मिलियन व्यूज मिले. इस पर एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा कि यह अविश्वसनीय है. स्टेशन की जटिल बारीकियां वाकई हैरान कर देने वाली हैं. एक अन्य ने लिखा कि मुझे यकीन था कि यह एआई द्वारा उत्पन्न किया गया था, जब तक कि मैंने जिंग और उसकी बिल्लियों को गाड़ी के अंदर एक साथ नहीं देखा.
मिनी स्टेशन और मेट्रो ट्रेन बनाने में आई कई मुश्किलें
वीडियो में ज़िंग ने बताया कि कैसे स्टेशन को एक विशाल, खाली कारखाने के अंदर बनाया गया था. उनकी टीम को इसे बनाने में अनगिनत बाधाओं का सामना करना पड़ा. ट्रेन और प्लेटफार्म के दरवाजों को एक साथ लाने से लेकर एस्केलेटर को सुचारू रूप से चलाने तक.
जिंग ने कहा कि जब भी कोई समस्या आती है, तो हम उसे ठीक कर देते हैं. मेरा संकल्प कभी नहीं डगमगाया और कई असफलताओं के बाद आखिरकार स्टेशन फिर से तैयार हो गया. स्टेशन का निर्माण पूरा होने के बाद भी फिल्मांकन और जगह को साफ-सुथरा रखना मुश्किल साबित हुआ.
जिंग और उनकी टीम बार-बार इन छोटी संरचनाओं से टकरा रहे थे, इसलिए उन्होंने सफाई का काम रोबोटिक वैक्यूम और एक मिनी हेल्पर बॉट पर छोड़ दिया.
पहले भी बिल्लियों के लिए बना चुके हैं मिनी फ्लैट
जिंग पहली बार 2023 में अपनी बिल्लियों के लिए एक लक्जरी मिनी फ्लैट तैयार करने के लिए वायरल हुए थे. इसमें एक हस्तनिर्मित मिनी लिफ्ट भी था. उनकी पत्नी की पालतू जानवरों की दुकान के अंदर बने इस बिल्ली वाले फ्लैट में तीन बेडरूम, दो डायनिंग रूम और दो बाथरूम थे.
इसमें नलों से पानी बहता था. रसोई का चूल्हा काम करता था और शयन कक्ष में फ्लैट स्क्रीन टीवी भी था. उस समय उसकी बिल्ली प्रिटी गुड सात बिल्ली के बच्चों को जन्म देने वाली थी. इसलिए जिंग ने नए आगंतुकों के लिए कमरे भी अलग कर दिए थे.
अपनी बिल्लियों के लिए बना दिया है पूरा 'कैट टाउन'
बाद में उन्होंने इस प्रोजेक्ट को एक संपूर्ण कैट टाउन में विस्तारित कर दिया. इसमें एक सिनेमा, सुपरमार्केट, बिलियर्ड्स हॉल और फुट स्पा सेंटर शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक को पूरी तरह से कार्यशील मॉडल के रूप में बनाया गया था.
अपने पिछले वीडियो में ज़िंग ने बताया था कि उन्होंने 3डी मॉडलिंग और प्रिंटिंग से लेकर बढ़ईगीरी और वेल्डिंग तक हर कौशल खुद ही सीखा है. उन्होंने कहा कि उन्हें बचपन से ही ऐसी चीजें बनाने का शौक था और यह काम आज भी उन्हें आकर्षित करता है और संतुष्टि देता है.
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