9वीं के छात्र ने बनाया Smart Shoe, दिखाएगा नेत्रहीन को रास्ता! जानिए कैसे करता है काम

Smart Shoes Features: टेक्नोलॉजी किस तरह से लोगों की लाइफ को आसान बना रही है, इसका एक उदाहरण स्मार्ट शू हैं. असम के रहने वाले 9वीं के एक स्टूडेंट में ऐसा स्मार्ट शू बनाया है, जो ब्लाइंड (दृष्टिबाधित) लोगों को रास्ता दिखाने में मदद करेगा. आइए जानते हैं इसकी खास बातें.

Advertisement
Smart Shoe Smart Shoe

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 1:32 PM IST
  • सेंसर और बज्जर से लैस है स्मार्ट शू
  • 9वीं में पढ़ने वाले बच्चे ने किया है डिजाइन
  • असम के रहने वाले अंकुरित करमाकर बनना चाहते हैं साइंटिस्ट

टेक्नोलॉजी के सेक्टर में हर दिन कोई नई खोज होती रहती है या फिर कोई नया प्रोडक्ट्स लॉन्च होता रहता है. कई ऐसे प्रोडक्ट्स भी सामने आए हैं, जो काफी मददगार साबित होते हैं. लोगों की मदद के लिए बहुत से डिवाइसेस डिजाइन किए जाते हैं. ऐसा ही एक प्रोडक्ट 9वीं में पढ़ने वाले एक बच्चे ने बनाया है.

असम के अंकुरित करमाकर ने एक स्मार्ट शू बनाया है, जो ब्लाइंड लोगों की मदद करेगा. अंकुरित असम के करीमगंज के रहने वाले हैं और 9वीं में पढ़ते हैं. उन्होंने सेंसर और बज्जर से लैस एक स्मार्ट शू (जूता) डिजाइन किया है. आइए जानते हैं इस जूते में क्या है खास और यह कैसे करेगा लोगों की मदद. 

Advertisement

कैसे काम करता है Smart Shoe? 

अंकुरित ने जो स्मार्ट शू (Smart Shoe) डिजाइन किया है, उसमें सेंसर और बज्जर लगे हुए हैं. जैसे ही कोई सामान यूजर के जूतों के समाने आता है यानी रास्ते में आता है. स्मार्ट शू में लगा बज्जर बजने लगता है. इससे ब्लाइंड व्यक्ति को पता चल जाएगा कि उसके सामने कोई सामान है और वह अपना रास्ता बदलकर आसानी से टकराने से बच सकता है. हालांकि, यह प्रोडक्ट्स असल जिंदगी में कितना असरदार रहेगा फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है. 

क्या है अंकुरित करमाकर का कहना? 

एएनआई के मुताबिक, अंकुरित करमाकर ने स्मार्ट शू (Smart Shoe) के बारे में बात करते हुए बताया, 'इसे पहनने वाले के रास्ते में अगर कोई चीज (रुकावट) आती है, तो सेंसर उसे डिटेक्ट कर लेता है. इसके बाद बज्जर यूजर्स को अलर्ट करता है. जैसे ही बज्जर रिंग होगा, ब्लाइंड व्यक्ति उसकी आवाज सुनकर आसानी से सतर्क हो जाएगा और अपना रास्त बदलकर चीजों से टकराने से बच सकता है.'

Advertisement

अंकुरित 9वीं में पढ़ते हैं और साइंटिस्ट बनना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि उनका सपना साइंटिस्ट बनने का है और वह ऐसे दूसरे डिवाइसेस भी बनाना चाहते हैं, जिससे लोगों की मदद की जा सके और उनकी लाइफ को आसान बनाया जा सके. उन्होंने बताया, 'मैंने स्मार्ट शू ब्लाइंड लोगों के लिए तैयार किए हैं. मेरा लक्ष्य साइंटिस्ट बनना है. मैं ऐसे और भी काम करता रहूंगा, जिससे लोगों की लाइफ आसान की जा सके.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement