ये ऐप्स करते हैं हर दिन जिंदगी में ताक-झांक, रिसर्च में हुआ खुलासा, सेफ्टी के लिए फॉलो करें ये टिप्स वरना...

हाल ही में रिसर्च फर्म Apteco द्वारा आयोजित की गई रिपोर्ट में बताया है कि सबसे ज्यादा डेटा कौन से ऐप्स एक्सेस करते हैं. इसमें तीन ऐप्स तो Meta के हैं. रिपोर्ट में बताया है कि ये डेटा कैसे एक्सेस करते हैं और उनकी प्रोफाइल तैयार करते हैं और फिर वह कैसे आपकी पसंद और प्रीफ्रेंस को बदल देते हैं. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.

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सांकेतिक फोटो. (Image: AI) सांकेतिक फोटो. (Image: AI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 21 जून 2025,
  • अपडेटेड 11:09 AM IST

मोबाइल यूजर्स के लिए एक जरूरी जानकारी सामने आई है. एक नई रिपोर्ट्स में बड़ा खुलासा हुआ है, जहां उन ऐप्स के नाम बताए हैं, जो मोबाइल यूजर्स की जिंदगी में ताक-झांक करते हैं. वे डेटा के आधार पर अलग-अलग प्रोफाइल बनाते हैं, जिससे आपकी पसंद, ना पसंद और आपके पॉलिटिकल ओपिनियन, ये सब कुछ होते हैं. 

हाल ही में रिसर्च फर्म Apteco द्वारा आयोजित की गई रिपोर्ट में बताया है कि सबसे ज्यादा डेटा कौन से ऐप्स एक्सेस करते हैं. इसमें तीन ऐप्स तो Meta के हैं, जिनके नाम Facebook, Instagram और Threads हैं. इसके अलावा  LinkedIn (माइक्रोसॉफ्ट), Pinterest, Amazon और Alexa (Amazon.com Inc), YouTube (Google), X (पुराना नाम Twitter) और  PayPal हैं. 

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कई ऐप्स यूजर्स के अलग-अलग डेटा को स्टोर करते हैं, जिसमें क्लिक और टैप समेत बहुत सारा डेटा मौजूद है. इसमें लोकेशन कॉन्टैक्ट्स, ब्राउजिंग हिस्ट्री, डिवाइस इंफोर्मेशन, फाइनेंशियल डिटेल्स और बहुत कुछ है. इस डेटा का इस्तेमाल करके एक डिजिटल प्रोफाइल तैयार की जाती है, जिसमें आपकी प्रीफ्रेंसेस, रूटीन आदि शामिल हैं. 

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डेटा लीक से आपको फर्क क्यों पड़ना चाहिए? 

असल में आज की दुनिया में बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें लगता है कि ये सिर्फ डेटा है और कई कंपनियां दावा करती हैं कि इससे यूजर्स एक्सपीरियंस बेहतर होगा और कोई नुकसान नहीं है. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि इससे क्या प्रॉब्लम हो सकती है और कैसे आपको ऊपर कंट्रोल पा सकते हैं. 

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ऐसे आपकी पसंद और प्रीफ्रेंस को जाना जाता है ?

यहां आपको एक खतरनाक स्टोरी बता देते हैं, जिसे बहुत से लोग कैंब्रिज एनालिटिका स्कैंडल के नाम जानते हैं. यहां सोशल मीडिया के जरिए बहुत से अमेरिकी यूजर्स के डेटा को एक्सेस किया. इसके बाद उनके इमोशन, पॉलिटिकल प्रीफ्रेंस और ओपिनयन के बारे में जानने की कोशिश की.

कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया जा चुका है कि इस डेटा को साल 2016 के अमेरिकी चुनाव में इस्तेमाल किया गया था. ऐसे में यह आपके लिए सुविधा नहीं बल्कि आपको ऊपर कंट्रोल साबित हो सकता है. 

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यूजर्स इससे बचाव के लिए क्या कर सकते हैं

मौजूदा समय में यूजर्स के पास इस तरह की परेशानी से बचने के लिए लिमिटेड टूल्स मौजूद हैं. हालांकि इनको फॉलो करके आप खुद की सुरक्षा कर सकते हैं. 

App की परमिशन को रिव्यू करें

जब भी आप किसी ऐप को इंस्टॉल करते हैं, तो उसको कई बार गैर जरूरी परमिशन का एक्सेस दे देते हैं. ऐसे में आपको रेगुलर अपने सभी ऐप्स की परमिशन का रिव्यू करना चाहिए. 

Cookies मैनेज का ध्यान रखें

कई बार किसी पोर्टल पर विजिट करते हैं, वहां एक बटन आता है, जिसमें Accept All का बटन आता है. वह कुकीज का एक्सेस मांगता है, जहां एक नीचे की तरफ और भी बटन होते हैं, जिसमें Reject All, More Options, या Only necessary cookies के नाम होते हैं. यहां Accept All  की जगह दूसरे ऑप्शन भी चुने जा सकते हैं. 

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फोटो अपलोड करते समय सावधान रहें

AI की मदद से अपनी फोटो को अनोखा लुक दे सकते हैं. ऐसे में बहुत से लोग फोटो अपलोड कर देते हैं, लेकिन उन्हें इसके खतरों से भी सावधान रहना चाहिए. कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा चुका है कि ये आपके फेस डेटा को चोरी कर सकते हैं. 

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