शाहरुख खान की सुपरहिट फिल्म पठान बॉक्स-ऑफिस पर लगातार अच्छी प्रदर्शन कर रही है. फिल्म की कमाई भी काफी हो रही है. हालांकि, हम यहां फिल्म नहीं इसमें दिखाए गए सैटेलाइट फोन की बात करने वाले हैं. अगर आपने फिल्म देखी होगी तो आपको शुरुआती सीन में ही सैटेलाइट फोन दिखा होगा.
इस फोन को आपने पहले भी दूसरी फिल्मों में देखा होगा. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ये सैटेलाइट फोन क्या होता है और बिना सिम-नेटवर्क इससे कैसे बात होती है. यहां पर आपको सैटेलाइट फोन की पूरी डिटेल्स बता रहे हैं.
फीचर्स
जैसा की नाम से ही साफ है इस फोन को मोबाइल नेटवर्क से कोई मतलब नहीं है. इसको अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइट से ही सिग्नल मिलता है. सैटेलाइट के बारे में आपको पता होगा कि ये धरती की कक्षा में चक्कर लगा रहे होते हैं और जमीन पर लगे रिसीवर को रेडियो सिग्नल भेजते रहते हैं.
इस सिग्नल का ही इस्तेमाल सैटेलाइट फोन में होता है. सैटेलाइट फोन का सिग्नल पहले सैटेलाइट तक जाता है फिर सिग्नल को रिसीवर तक सैटेलाइट की मदद से ही भेजा जाता है. इसको जंगल, पहाड़ियां और दुर्गम क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाता है.
इसको आम यूजर्स इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. सुरक्षा की वजह से भारत में आम लोगों के सैटेलाइट फोन इस्तेमाल पर रोक है. अतिआवश्यक स्थिति में इसके इस्तेमाल के लिए आपको सरकार से परमिशन लेनी होगी.
देश में BSNL भी सैटेलाइट फोन सेवा उपलब्ध करवाता है. इसको पुलिस, सेना, रेलवे, बीएसएफ और दूसरी सरकारी एजेंसी इसका इस्तेमाल जरूरत के समय करती है. इसको आपदा प्रबंधन संभालने वाली एजेंसी भी इस्तेमाल कर सकती है.
कीमत
सैटेलाइट फोन्स की कीमत 1500 से 2000 डॉलर के करीब होती है. भारत में इसकी कीमत 1.5 लाख रुपये से अधिक हो जाती है. इसके कॉल दर भी आम फोन कॉल से काफी महंगी होती हैं.
सुधांशु शुभम