महाराष्ट्र की सियासत में घटनाक्रम पल-पल बदल रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने सोमवार सुबह सतारा में कहा कि हमने शिवसेना से ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद की मांग की थी, लेकिन इस मसले पर मतभेद था और कोई सहमति नहीं बन पाई, और इसी वजह से सरकार गठन में देरी हुई. वहीं मुंबई में विधानभवन में अजित पवार के साथ एनसीपी के कुछ नेताओं की बैठक हुई जिसमें पार्टी ऑफिस से कुछ कागज मंगाए गए.
एनसीपी दफ्तर से मंगाए दस्तावेज
महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण को श्रद्धांजलि देने के बाद विधानभवन में एनसीपी के कुछ नेताओं की मीटिंग हुई. इस दौरान एनसीपी के दफ्तर से कुछ कागज मंगाए गए. विधानसभा के अंदर कुछ दिलचस्प चल रहा है. एनसीपी ऑफिस के सेक्रेटरी यहां पहुंच गए थे. इससे लग रहा है कि कुछ हलचल चल रही है.
सतारा में शरद पवार के नए बयान को देखा जाए तो लगता है कि कहीं न कहीं खिचड़ी पकाने का काम तो नहीं चल रहा है? मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंत्रालय आए और अपना पदभार ग्रहण किया और इसके तुरंत बाद वो वहां से निकल गए.
डिप्टी सीएम अजित पवार को भी मंत्रालय जाना था, लेकिन वह एनसीपी के कुछ नेताओं के साथ बात करते रहे. विधानभवन में चार नेताओं की बैठक चली. यहां एक नई बैठक चलती हुई दिखी. एनसीपी के दफ्तर से कुछ कागज दस्तावेज मंगाए गए. हो सकता है कि किसके पास कितने विधायक हैं इस पर बातचीत चल रही होगी. यह कहना मुश्किल है कि कौन किधर है.
जिनके पास बहुमत होगा वो सरकार बनाएगा
शिवसेना के साथ गबंधन को लेकर शरद पवार के बयान और अजित पवार के साथ एनसीपी नेताओं की चल रहीं बैठकों से साफ नहीं हो पा रहा है कि क्या चल रहा है. बता दें कि सतारा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार ने कहा कि जिसके पास बहुमत का आंकड़ा होगा वो सरकार बनाएगा. जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या वो अजित पवार के साथ हैं, तो उन्होंने कहा कि मैं शिवसेना के साथ बहुत आगे आ चुका हूं. पवार ने कहा कि हमारे पर बहुमत का आंकड़ा है और हमलोग सरकार बनाने में सक्षम हैं.
अजित पवार पर उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि अजित पवार ने ऐसा क्यों किया? अजित पवार की बगावत के पीछे उनका कोई हाथ तो नहीं, इस सवाल पर पवार ने कहा कि अगर ऐसा होता तो मैं पार्टी के लोगों को साथ में ले लेता.
साहिल जोशी