पूरा देश जिस दिन राखी का त्योहार मना रहा था, छत्तीसगढ़ के नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो चुके दो जवानों के शव उनके घर पहुंचे. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद सब-इंस्पेक्टर युगल वर्मा और जवान कृशलाल साहू को सोमवार को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विदाई दी गई.
रविवार को छत्तीसगढ़ पुलिस के एक दस्ते ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सरहद पर बालाघाट के जंगलों में नक्सलियों से लोहा लिया. इस मुठभेड़ में सब-इंस्पेक्टर युगल वर्मा और जवान कृशलाल साहू शहीद हो गए. सोमवार को राखी के दिन उनका पार्थिव शरीर उनके जन्म भूमि भेजा गया. सब-इंस्पेक्टर युगल वर्मा राज्य के बलोदा बाजार जिले के रहने वाले है, जबकि जवान कृशलाल साहू राजनांदगांव के अम्बागढ़ के.
घटना रविवार की दोपहर की है, जब रूटीन गश्त के दौरान नक्सलियों ने पुलिस जवानों पर अचानक से हमला बोल दिया. पुलिस के मुताबिक भावे जंगल की पहाड़ियों में नक्सली कैम्प की सुचना पर जिला पुलिस की ई -30 टीम सर्चिंग पर निकली थी. मुठभेड़ के दौरान टीम को कमांड कर रहे एसआई जुगल किशोर वर्मा को गोली लगी और वे शहीद हो गए. उनके साथ ही चल रहे कॉन्स्टेबल कृशलाल साहू को भी गोली लगी थी. घायल जवान को लाने के लिए पुलिस हेलीकॉप्टर का भी सहारा लिया गया , लेकिन खराब मौसम और तेज बारिश के कारण हेलीकॉप्टर भी लैंड नहीं कर सका. मौके पर उपचार नहीं मिलने के कारण कॉन्स्टेबल कृशलाल साहू भी शहीद हो गए. पुलिस के मुताबिक उन्होंने कुछ नक्सलियों को भी मार गिराया है् हालांकि पुलिस ने किसी भी नक्सली का शव बरामद नहीं किया है.
सुनील नामदेव