बिहार में एक तरफ जहां कोरोना वायरस का संकट हर दिन बढ़ता जा रहा है तो वहीं बाढ़ के कारण भी लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच एनडीआरएफ की रेस्क्यू बोट में एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया है. फिलहाल नवजात और महिला की हालत स्थिर है.
बिहार में बाढ़ प्रभावित पूर्वी चंपारण जिले में एक 25 वर्षीय महिला ने एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की बचाव नौका पर एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद मां और बच्चे को पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस से भर्ती करवाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
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दरअसल, गोबरी गांव निवासी महिला का नाम रीमा देवी है. उनकी डिलीवरी की डेट नजदीक थी. हालांकि उनका क्षेत्र बाढ़ के कारण प्रभावित था. इस महिला के बारे में जानकारी मिलने के बाद 9 बटालियन एनडीआरएफ के बचाव दल ने इनकी मदद की. यह बटालियन इन्हीं के गांव के पास खोज एंव बचाव अभियान में लगे हुए थे.
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एनडीआरएफ की टीम ने एक आशा कार्यकर्ता और महिला के परिजनों की मदद से पेशेवर रूप से स्थिति को संभाला. महिला को लेबर पेन काफी ज्यादा हो रहा था. आखिर में एनडीआरएफ बचाव दल और आशा कार्यकर्ता की देखरेख में एनडीआरएफ की बचाव नौका पर ही महिला का प्रसव कराया गया और महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंजरिया में भर्ती करवाया गया है.
दिया जाता है प्रशिक्षण
बता दें कि एनडीआरएफ कर्मियों को मेडिकल फर्स्ट रिस्पोंडर में प्रशिक्षित किया जाता है. पेशेवर प्रशिक्षण के दौरान सभी बचावकर्मियों को अन्य आपदा प्रतिक्रिया प्रशिक्षण के साथ-साथ आपातकाल के दौरान प्रसव से निपटने की ट्रैनिंग भी दी जाती है. साल 2013 से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य करते हुए एनडीआरएफ नौका पर यह 10वें बच्चे का जन्म है.
जितेंद्र बहादुर सिंह