Paris Olympics 2024 Day 9 Roundup: पेरिस ओलंपिक 2024 में अब तक भारत ने 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. यह सभी मेडल शूटिंग में आए हैं. मगर 9वें दिन (4 जुलाई) यानी रविवार को भारत को कोई मेडल नहीं मिला. यह दिन भारत के लिए मिला-जुला ही रहा है. हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने शानदार जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है.
10 खिलाड़ियों तक सिमटने के बावजूद हॉकी टीम ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. जबकि बैडमिंटन में लक्ष्य सेन सेमीफाइनल में हार गए और लवलीना बोरगोहेन की हार के साथ मुक्केबाजी में भारत का अभियान खत्म हो गया.
भारतीय हॉकी के नाम रहा 9वां दिन
पेरिस ओलंपिक में रविवार का दिन भारतीय हॉकी टीम के नाम रहा. आखिरी पूल मैच में 52 साल बाद ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया जैसे दिग्गज को हराने वाली भारतीय टीम ने 40 मिनट से अधिक एक कम खिलाड़ी के साथ खेलने के बावजूद क्वार्टर फाइनल को शूटआउट में धकेला और आखिर में 4-2 से जीत दर्ज की. एक बार फिर जीत के नायक रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश जिनका यह आखिरी टूर्नामेंट है.
इसके अलावा भारत को बाकी खेलों में निराशा हाथ लगी. अब तक शानदार फॉर्म में चल रहे लक्ष्य सेन बैडमिंटन सेमीफाइनल हार गए और अब कांस्य के लिए खेलेंगे. वहीं टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन अंतिम चार में नहीं पहुंच सकीं. एथलेटिक्स में निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा.
शूटआउट में हॉकी टीम ने दिखाया कमाल
अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे पी आर श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की दीवार साबित हुए और 42 मिनट तक दस खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया.
तारीफ करनी होगी भारतीय डिफेंस की, जिसने 36 साल के श्रीजेश की अगुवाई में ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढ़त नहीं बनाने दी. ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली. निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला शूटआउट में गया.
शूटआउट में भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे, जबकि इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी और जाक वालांस ही गोल कर सके. कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया.
टोक्यो ओलंपिक में ब्रिटेन को ही हराकर भारतीय टीम अंतिम चार में पहुंची थी. श्रीजेश टोक्यो में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ भी भारत की दीवार साबित हुए थे और उन्होंने पेरिस ओलंपिक के अब तक के सबसे कठिन मुकाबले में भी अपेक्षाओं पर खरे उतरकर दिखाया. निर्धारित समय में भारत के लिए हरमनप्रीत ने 22वें और ली मोर्टन ने 27वें मिनट में गोल दागा था.
गोल्ड का सपना टूटा, लेकिन ब्रॉन्ज के लिए खेलेंगे लक्ष्य
भारत के लक्ष्य सेन दोनों गेम में मजबूत बढ़त बनाने के बावजूद रविवार को पेरिस ओलंपिक की बैडमिंटन पुरुष एकल स्पर्धा के सेमीफाइनल में डेनमार्क के दूसरे वरीय और गत चैम्पियन विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेम में हार गए और अब कांस्य पदक के मुकाबले में खेलेंगे.
ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य को रियो ओलंपिक के कांस्य और तोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता एक्सेलसन के खिलाफ 54 मिनट में 20-22, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा.
दो बार के पूर्व विश्व चैम्पियन और दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी एक्सेलसन के खिलाफ लक्ष्य की नौ मैचों में यह आठवीं हार है. दुनिया के 22वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य अब सोमवार को कांस्य पदक के मुकाबले में मलेशिया के 7वें वरीय ली जी जिया से भिड़ेंगे, जिन्हें थाईलैंड के आठवें वरीय कुनलावुत वितिदसार्न के खिलाफ एक अन्य सेमीफाइनल में 14-21, 15-21 से हार झेलनी पड़ी.
फाइनल एक्सेलसन और वितिदसार्न के बीच होगा. लक्ष्य सेमीफाइनल में अहम मौकों पर दबाव झेलने में नाकाम रहे जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा. पहले गेम में उनके पास तीन गेम प्वाइंट थे, लेकिन उन्होंने लगातार पांच अंक गंवाकर गेम भी गंवा दिया.
दूसरे गेम में भी लक्ष्य ने 7-0 की बेहद मजबूत बढ़त बना रखी थी, लेकिन इसके बाद डेनमार्क के खिलाड़ी ने अगले 28 में से 21 अंक जीतकर गेम और मैच अपने नाम कर लिया और ओलंपिक में लगातार तीसरा पदक सुनिश्चित किया.
लक्ष्य अब ली को हराकर ओलंपिक पदक जीतने वाला पहला भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के इरादे से उतरेंगे. लक्ष्य ने मैच के बाद प्रसारणकर्ता से कहा, ‘अगर मैं पहला गेम जीत लेता तो मेरे पास मैच जीतने का बेहतर मौका होता. दूसरे गेम में भी मैंने अच्छी शुरुआत की, लेकिन बढ़त बरकरार नहीं रख सका.’
लवलीना की हार के साथ बॉक्सिंग में अभियान खत्म
टोक्यो ओलंपिक की कांस्य विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) के रविवार को चीन की ली कियान से क्वार्टर फाइनल में हारने से भारत का मौजूदा पेरिस खेलों में मुक्केबाजी अभियान बिना पदक के समाप्त हो गया.
इस वर्ग की मौजूदा विश्व चैम्पियन लवलीना (26 वर्ष) को कड़े मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता 34 साल की ली कियान से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा. इस दौरान दोनों मुक्केबाजों को बार-बार 'क्लिंचिंग और होल्ड' करने के लिए चेतावनी दी गई.
लवलीना की हार के साथ ही भारत की मुक्केबाजी में चुनौती भी समाप्त हो गई. निशांत देव शनिवार रात पुरुषों के 71 किग्रा क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गए थे. भारत ने पेरिस ओलंपिक में छह मुक्केबाज उतारे थे. इनमें चार महिला और दो पुरुष मुक्केबाज शामिल थे, जिसमें से चार तो शुरुआती दौर के मुकाबले हारकर बाहर हो गए थे.
भारत को 9वें दिन एथलेटिक्स में मिली निराशा
भारत का पेरिस ओलंपिक खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में निराशाजनक प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा, जब राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक पारुल चौधरी और जेसविन एल्ड्रिन क्रमशः महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज और पुरुषों की लंबी कूद में फाइनल के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रहे. पारुल ने अपनी हीट रेस में आठवें और कुल मिलाकर 21वें स्थान पर रहकर पेरिस ओलंपिक में अपना अभियान समाप्त किया.
ओलंपिक से पहले अमेरिका में पेरिस की अनुकूल परिस्थितियों में अभ्यास करने वाली 29 वर्षीय पारुल ने नौ मिनट 23.39 सेकेंड में दूरी तय की, जो उनका इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह हालांकि अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड नौ मिनट 15.31 सेकंड से काफी पीछे रही जो उन्होंने 2023 में विश्व चैंपियनशिप में बनाया था.
तीन हीट रेस में से प्रत्येक में शीर्ष पांच में जगह बनाने वाले एथलीट फाइनल में प्रवेश करते हैं. पारुल का इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक खेलों में अभियान भी समाप्त हो गया. वह और अंकिता ध्यानी महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ के लिए क्वालिफाई करने में असफल रही थी.
पुरुषों की लंबी कूद के क्वालिफिकेशन राउंड में एल्ड्रिन अपने पहले दो प्रयासों में फाउल कर गए, जबकि तीसरे प्रयास में 7.61 मीटर तक ही पहुंच पाए. वह ग्रुप बी क्वालिफिकेशन में 16 खिलाड़ियों में 13वें और कुल मिलाकर 26वें स्थान पर रहे. पहले 12 स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों ने अगले दौर में जगह बनाई.
महिला स्कीट निशानेबाजी में भी बाहर हुआ भारत
भारतीय निशानेबाज महेश्वरी चौहान और रेजा ढिल्लों रविवार को पेरिस ओलंपिक खेलों की महिला स्कीट स्पर्धा में क्रमश: 14वें और 23वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे. पांच सीरीज के क्वालिफिकेशन की अंतिम दो सीरीज रविवार को खेली गई.
इसके बाद महेश्वरी का कुल स्कोर 118 रहा. उन्होंने पांच सीरीज में 23, 24, 24, 25 और 22 अंक जुटाए. रेजा का कुल स्कोर 113 रहा. उन्होंने पांच सीरीज में 21, 22, 23, 23 और 24 अंक जुटाए. स्पर्धा में 29 निशानेबाजों ने हिस्सा लिया, जिनमें से शीर्ष छह ने फाइनल में जगह बनाई.
शूटिंग में अनीश भानवाला और विजयवीर सिद्धू ने भी निराश किया है. यह दोनों ही शूटर पेरिस ओलंपिक के क्वालिफिकेशन राउंड में हारकर बाहर हो गए हैं. यह दोनों ही 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल के पुरुष इवेंट में उतरे थे.
aajtak.in