दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है
लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है
फैज़ अहमद फैज़ की ये लाइन आज क्रिकेट फैन महसूस कर पा रहे होंगे. आईपीएल 2023 में रविवार यानी 9 अप्रैल को में जो हुआ वो इतिहास था. कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत के लिए आखिरी ओवर में 29 रन चाहिए थे, यूपी के रिंकू सिंह ने आखिरी पांच बॉल पर लगातार 5 छक्के जड़कर कमाल कर दिया. कोलकाता मैच जीत गया, लेकिन कहानी बस इतनी सी नहीं है. हर कहानी के दो पहलू होते हैं, इसका दूसरा पहलू यश दयाल हैं.
रिंकू की तरह यश दयाल भी यूपी के ही हैं. 25 साल के यश दयाल ने घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन किया. और इसी प्रदर्शन के दमपर उन्होंने अपना नाम बनाया, आईपीएल में गुजरात टाइटन्स ने यश को 3.20 करोड़ रुपये में खरीदा था. अबतक सब सही था, लेकिन फिर 9 अप्रैल की शाम आई. रिंकू सिंह का बल्ला कहर बनकर टूटा और यश दयाल के ओवर में लगातार 5 छक्के जड़े गए.
घरेलू क्रिकेट में यश दयाल का रिकॉर्ड
| 17 फर्स्ट क्लास मैच | 58 विकेट | 29.62 औसत |
| 14 लिस्ट ए मैच | 23 विकेट | 23.26 औसत |
आईपीएल में हर गेम प्रेशर वाला होता है, फ्रेंचाइज़ क्रिकेट की रीत ही ऐसी है. अगर यहां मैच जिताने वाला हीरो बनता है, तो सोचिए जिसकी वजह से अगर कुछ ऊंच-नीच हो जाती होगी तो उसपर क्या बीतता होगा. ऐसा ही हाल अभी यश दयाल का होगा, जिनके एक बुरे ओवर की वजह से गुजरात टाइटन्स जीता हुआ मैच हार गई.
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मैच के बाद रिंकू सिंह की जितनी तारीफ हुई, उतना ही हौसला यश दयाल का भी बढ़ाया गया. क्योंकि क्रिकेट में हार जीत का खेल चलता रहता है और यह सिर्फ एक बुरा ओवर था. और कुछ भी नहीं. जो किसी से भी डल सकता है, यही कारण है कि कोलकाता नाइट राइडर्स हो या फिर खुद गुजरात टाइटन्स की टीम हो, हर किसी ने यश दयाल के लिए अच्छे मैसेज लिखे हैं और उनका हौसला बढ़ाया है.
इस मैच के बाद यूपी के प्रयागराज से आने वाले यश दयाल के घर पर भी माहौल कुछ अच्छा नहीं था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यश के पिता चंद्रपाल दयाल इस मैच को देख रहे थे लेकिन आखिरी ओवर के बाद उन्होंने टीवी बंद कर दिया. बाद में परिवार ने यश से बात की और उसे समझाया कि चिंता ना करें, यह बस एक बुरा ओवर था. हर किसी के साथ ऐसा होता है, आगे और मेहनत करें और गलतियों को सुधारें. चंद्रपाल दयाल खुद भी एक तेज़ गेंदबाज़ रह चुके हैं, ऐसे में वह एक बॉलर होने का पक्ष बेहतर रख सकते हैं. उन्होंने ही यश दयाल के क्रिकेट करियर को यहां तक पहुंचाया और शुरुआत से उसे अच्छी ट्रेनिंग दिलवाई.
यश दयाल के लिए शायद अभी सबसे जरूरी यही है कि वह इस ओवर को भुला दें और उनके करीबी, आसपास मौजूद लोग और खासकर गुजरात टाइटन्स का टीम मैनेजमेंट इसी कोशिश में लगा हुआ है. यश दयाल अभी सिर्फ 25 साल के हैं, ऐसे में उनके पास सीखने और आगे बढ़ने के कई मौके हैं.
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बेन स्टोक्स और स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ भी हुआ है ऐसा
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी एक बॉलर के ओवर में इस तरह के रन बरसे हों और आगे वह सफल ना हो सका हो. इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स आज दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलरराउंडर माने जाते हैं. वह टेस्ट टीम के कप्तान भी हैं, उन्हें भी साल 2016 में ऐसा ही कुछ झेलना पड़ा था. तब टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में वेस्टइंडीज़ के कार्लोस ब्रेथवेट ने आखिरी ओवर में लगातार 4 छक्के मारे थे.
वेस्टइंडीज़ को जीत के लिए 19 ओवर चाहिए थे, सबको लगा कि इंग्लैंड खिताब जीत जाएगा लेकिन कार्लोस ब्रेथवेट ने बाज़ी मार दी. तब बेन स्टोक्स भी ऐसी ही स्थिति में थे, जैसी आज यश दयाल हैं लेकिन वह सिर्फ एक बुरा ओवर था. ऐसा ही स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ हुआ था, जब साल 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने उनके खिलाफ 6 बॉल में 6 छक्के मारे थे. लेकिन स्टुअर्ट ब्रॉड उससे उबरे और आज वह इंग्लैंड के लिए टेस्ट में 550 से अधिक विकेट ले चुके हैं और दुनिया के टेस्ट क्रिकेट लीजेंड में से एक हैं.
यश दयाल अभी ग़म में जरूर हैं, लेकिन यह सिर्फ एक शाम यानी कुछ वक्त की ही बात है.
मोहित ग्रोवर