CSK vs GT IPL 2023: गुजरात को भारी पड़ी एक नो-बॉल, धोनी की इस रणनीति ने पलट दी पूरी बाजी

IPL 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने मंगलवार (23 मई) को खेले गए क्वालिफायर-1 मुकाबले में गुजरात टाइटन्स (GT) को 15 रनों से करारी शिकस्त दी. इस जीत के बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई टीम ने फाइनल में एंट्री कर ली.

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चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटन्स को हराकर फाइनल में एंट्री की. चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटन्स को हराकर फाइनल में एंट्री की.

aajtak.in

  • चेन्नई,
  • 24 मई 2023,
  • अपडेटेड 7:03 AM IST

CSK vs GT IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 सीजन में एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने जलवा दिखाया है. मंगलवार (23 मई) को खेले गए क्वालिफायर-1 मुकाबले में चेन्नई ने गुजरात टाइटन्स (GT) को 15 रनों के अंतर से करारी शिकस्त दी.

इस जीत के साथ ही धोनी ने 10वीं बार फाइनल में एंट्री कर ली. क्वालिफायर मुकाबले में गुजरात के कप्तान हार्दिक पंड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. धोनी ने भी कहा था कि वो यदि टॉस जीतते, तो पहले गेंदबाजी ही करते,  मगर मैच जीतने के बाद वह अपने फैसले के बारे में सोच जरूर रहे होंगे. 

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दर्शन की एक गलती पड़ी गुजरात को भारी

मैच में गुजरात और चेन्नई के बीच शुरुआत से ही बराबरी का मुकाबला दिख रहा था. मगर गुजरात टीम के नए गेंदबाज दर्शन नालकंडे से एक ऐसी गलती हो गई, जिसका खामियाजा पूरी टीम को हार के साथ भुगतना पड़ा. यह गलती चेन्नई की बैटिंग के दौरान हुई.

दरअसल, टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए चेन्नई टीम की अच्छी शुरुआत नहीं रही. सीजन में अपना पहला मैच खेल रहे तेज गेंदबाज दर्शन ने पारी के दूसरे ओवर में ऋतुराज गायकवाड़ के रूप में सफलता दिलाई, वो कैच आउट हुए . मगर जब गुजरात टीम जश्न मना ही रही थी तभी अंपायर ने इसे नो-बॉल करार देकर उन्हें झटका दिया.

जीवनदान पाकर गायकवाड़ ने इस तरह पलटी बाजी

इस तरह दर्शन का जश्न निराशा में बदल गया और गायकवाड़ को बड़ा जीवनदान मिला. तब वो 2 रन पर खेल थे. फिर चेन्नई के इस ओपनर ने 44 गेंदों पर 60 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली. गुजरात को जहां 5 रनों पर पहला विकेट मिल रहा था, लेकिन यहां से चेन्नई के ओपनर्स ने 87 रनों की पार्टनरशिप की.

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यदि वो नो-बॉल नहीं होती, तो गायकवाड़ 2 रन पर आउट होते और 58 रन नहीं बनते. तब चेन्नई और मैच दोनों की स्थिति कुछ और हो सकती थी. गुजरात इस मैच को जीत भी सकती थी, क्योंकि आखिर में वो सिर्फ 15 रनों से हारी है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि यही नो-बॉल वाली गलती गुजरात पर भारी पड़ी.

धोनी की इस रणनीति ने भी चेन्नई को फाइनल में पहुंचाया

जब गुजरात की टीम मैच में 173 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी, तो उसकी शुरुआत संभली हुई थी. 5 ओवर में गुजरात ने 1 विकेट पर 39 रन बना दिए थे. इसके बाद धोनी ने छठे ओवर के बाद लगातार 6 ओवर स्पिनर महीश तीक्षणा और रवींद्र जडेजा से कराए. इस दौरान गुजरात टीम सिर्फ 41 रन बना सकी और उसने 2 बड़े विकेट गंवा दिए.

बस इसी दौरान धोनी ने स्पिनर्स के जरिए गुजरात पर शिकंजा कसा. इस कारण गुजरात टीम पर नेट रनरेट का दबाव बना और रन बनाने के चक्कर में पूरा मिडिल ऑर्डर ढह गया. स्पिनर्स ने जो शिंकजा कसा, उसका फायदा तेज गेंदबाजों ने भी उठाया. जडेजा ने 18 रन देकर 2 विकेट लिए. जबकि तीक्षणा ने 28 रन देकर 2 विकेट झटके.

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