क्रिकेट में सब बराबर, जाति-धर्म मायने नहीं रखता- सुनील गावस्कर

बातचीत के दौरान सुनील गावस्कर ने कहा कि क्रिकेट में सभी बराबर हैं, इसमें जाति-पंथ-धर्म मायने नहीं रखता है. गावस्कर ने बताया कि शुरुआती दिनों में वह रणजी और अंडर-16 खेलने के दौरान हवाई सफर नहीं बल्कि ट्रेन से ही सफर किया करते थे

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सुनील गावस्कर (फाइल फोटो) सुनील गावस्कर (फाइल फोटो)

मोहित ग्रोवर

  • मुंबई,
  • 24 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 8:52 AM IST

इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई की बुक 'डेमोक्रेसी XI- द ग्रेट इंडियन स्टोरी' का मुंबई में सोमवार को विमोचन हुआ. इस दौरान कई दिग्गज एक साथ आए. सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर,  पूर्व भारतीय कप्तान अजीत वाडेकर, मोहम्मद अजहरूद्दीन, माधव आप्टे, नारी कांट्रैक्टर, विनोद कांबली और प्रवीण आमरे भी मौजूद थे.

बातचीत के दौरान सुनील गावस्कर ने कहा कि क्रिकेट में सभी बराबर हैं, इसमें जाति-पंथ-धर्म मायने नहीं रखता है. गावस्कर ने बताया कि शुरुआती दिनों में वह रणजी और अंडर-16 खेलने के दौरान हवाई सफर नहीं बल्कि ट्रेन से ही सफर किया करते थे और उस जमाने में मैच फीस भी काफी कम हुआ करती थी.

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हरभजन ने दिया था करारा जवाब

सुनील गावस्कर से पहले हरभजन सिंह ने भी ऐसे ही मुद्दे पर अपनी बात कही थी. पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट ने टीम इंडिया में कोई मुस्लिम खिलाड़ी के नहीं होने पर सवाल उठाए हैं, जिन्हें हरभजन सिंह से मुंह तोड़ जवाब दिया है.

दरअसल, संजीव भट्ट ने मौजूदा टीम इंडिया में मुस्लिम खिलाड़ी के ना होने पर सवाल खड़ा किया है. संजीव भट्ट ने ट्वीट कर कहा , ‘क्या इस समय भारतीय क्रिकेट टीम में कोई मुस्लिम खिलाड़ी है? आजादी से आज तक ऐसा कितनी बार हुआ कि भारत की क्रिकेट टीम में कोई मुसलमान खिलाड़ी ना हो? क्या मुसलमानों ने क्रिकेट खेलना बंद कर दिया है? या खिलाड़ियों का चुनाव करने वाले किसी और खेल के नियम मान रहे हैं?’

संजीव भट्ट के इस ट्वीट के बाद भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा, कि ‘हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में है भाई. क्रिकेट टीम में खेलने वाला हर खिलाड़ी हिंदुस्तानी है उसकी जात या रंग की बात नहीं होनी चाहिए (जय भारत).’

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