श्रेयस अय्यर को वर्तमान दौर के बेहतरीन वनडे खिलाड़ियों में गिना जाता है. उन्होंने टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी जिताने, और 2023 में वर्ल्ड कप फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन इस सफलता के पीछे छिपे दर्द का खुलासा अब हुआ है. अय्यर ने बताया कि 2023 में उन्हें ऐसी चोट लगी कि उनके एक पैर ने काम करना बंद कर दिया था. उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें एक पैर में लकवा मार गया था.
श्रेयस अय्यर को मार गया था लकवा?
श्रेयस अय्यर के लिए साल 2023 किसी चुनौती से कम नहीं था. श्रेयस अय्यर ने GQ India से बातचीत के दौरान यह खुलासा किया. अय्यर ने कहा, 'मैं किस दर्द से गुजरा हूं ये कोई नहीं समझ सकता. मेरा एक पांव पूरी तरह से चलना बंद हो गया था, मुझे एक पांव में लकवा मार गया था. मेरी स्पाइन की सर्जरी हुई थी और मेरी कमर पर एक रॉड डाली गई थी, वो एक बहुत ही दर्दनाक और खतरनाक अनुभव था. मुझे बहुत ज्यादा दर्द होता था, मेरी कमर से लेकर ऐड़ी तक काफी दर्द होता था. यह मेरे लिए बहुत ही डरावना अनुभव था.'
आईपीएल और कप्तानी की भूमिका
साल 2024 में श्रेयस अय्यर ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को एक दशक बाद उसका पहला आईपीएल खिताब दिलाया. उस दौरान उन्होंने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि कप्तान के तौर पर भी बेहतरीन फैसले लिए और महत्वपूर्ण मौकों पर टीम को संभाला. लेकिन इसके बावजूद KKR ने अगले ऑक्शन में उन्हें रिटेन नहीं किया. माना जाता है कि इसकी असली वजह पैसों को लेकर मतभेद था, कि अय्यर को कितनी कीमत दी जानी चाहिए.
कप्तान के रूप में अय्यर टीम मैनेजमेंट से ज्यादा स्वतंत्रता और अधिकार चाहते थे, और उनका मानना था कि उन्होंने इसे हासिल करने के लिए खुद को साबित किया है. इसी तरह, उन्होंने 2020 में दिल्ली कैपिटल्स को उनके इतिहास के पहले और अब तक के इकलौते आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया था. 2025 सीजन से पहले जेद्दा में हुए मेगा ऑक्शन में पंजाब किंग्स, जो लंबे समय से खिताब के लिए जूझ रही है, उन्होंने अय्यर को आक्रामक बोली लगाकर खरीदा. उन्होंने ₹26.75 करोड़ खर्च किए, जिससे अय्यर आईपीएल इतिहास के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए. उनसे ऊपर सिर्फ ऋषभ पंत हैं, जिन्हें ₹27 करोड़ में खरीदा गया.
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मुंबई का क्रिकेटिंग माहौल और परिवार का सहारा
डॉ. एंटोनियो दा सिल्वा और डॉन बॉस्को स्कूल से लेकर शिवाजी पार्क जिमखाना तक, अय्यर ने एक प्रतिस्पर्धी माहौल में क्रिकेट सीखा है. श्रेयस अय्यर की सफलता के पीछे उनके परिवार है, खासकर उनके माता-पिता.
खिलाड़ियों को रोबोट समझते हैं लोग
श्रेयस अय्यर ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो कि खिलाड़ियों के कुछ मैचों में फेल होने पर उन्हें ट्रोल करते हैं. अय्यर ने कहा, लोग खिलाड़ियों को अकसर रोबोट की तरह समझते हैं. उन्हें लगता है कि वो हर मैच में प्रदर्शन करेंगे. उन्हें इसका आभास नहीं होता कि पर्दे के पीछे क्या चल रहा है. श्रेयस अय्यर ने अपने करियर में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद नाकामी का सामना भी किया है. फिलहाल वे एशिया कप के लिए टीम इंडिया की स्क्वॉड में जगह नहीं बना पाए, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार मानने से साफ इनकार किया है. अय्यर का लक्ष्य है कि वे जल्द ही वनडे के साथ-साथ टेस्ट और टी20... तीनों फॉर्मेट में दमदार वापसी करें और टीम इंडिया के लिए एक बार फिर मैच विनर साबित हों.
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