क्रिकेट कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने इस साल अपने साथ हुए विवादों पर चर्चा की है. मांजरेकर ने टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले के साथ अपने व्यवहार पर अफसोस जाहिर किया है. इस साल वर्ल्ड कप के दौरान संजय मांजरेकर ने रवींद्र जडेजा को लेकर कहा था कि मुझे वह खिलाड़ी नहीं पसंद जो टुकड़े-टुकड़ों में परफॉर्म करते हैं, जैसे कि रवींद्र जडेजा वनडे में कर रहे हैं. इसके बाद रवींद्र जडेजा ने भी मांजरेकर को ट्वीट कर खूब खरी-खोटी सुनाई थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में जडेजा ने 77 रनों की पारी खेलकर मांजरेकर को मुंहतोड़ जवाब दिया था.
जडेजा को लेकर गलतफहमी नहीं
ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर अब मांजरेकर ने रवींद्र जडेजा के साथ हुए विवाद पर बात की और कहा, ‘मैंने इस पेशे की शुरुआत साल 1997-98 के दौरान की थी, इसलिए यहां मुझे करीब 20-21 साल हो चुके हैं. विश्लेषक और कमेंटेटर के रूप में ये मेरा सबसे खराब साल रहा है.’ मांजरेकर ने कहा, ‘जडेजा और मेरे बीच कोई गलतफहमी नहीं है, जैसा उन्होंने सुना, मैंने उन्हें बिल्कुल वैसा ही कहा था. मुझे कभी नहीं लगा कि इस पर सफाई देने के लिए मुझे जडेजा से मुलाकात करनी चाहिए. ये क्रिकेट में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली एक टर्म है.’
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मांजरेकर ने कहा, ‘मगर जब मैंने इसका इस्तेमाल किया तो इसके बाद जडेजा ने सेमीफाइनल में जबरदस्त प्रदर्शन किया. जैसी पारी उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में खेली, वैसी पारी उनकी ओर से हमें देखने को कभी नहीं मिली थी.' जडेजा के बाद संजय मांजरेकर की कॉमेंट्री के दौरान हर्षा भोगले से तीखी बहस हुई थी. भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच के दौरान हर्षा भोगले ने पिंक बॉल के सही से दिखने पर सवाल उठाया था. जिस पर इन दोनों दिग्गज कमेंटेटरों के बीच बहस हो गई.
हर्षा भोगले के साथ व्यवहार पर पछतावा
हर्षा भोगले ने कहा, 'जब इस मैच का पोस्टमार्टम किया जाएगा तब गेंद की दृश्यता एक चीज होगी, जिसके बारे में ध्यान देना होगा. भोगले के इस सवाल पर मांजरेकर ने कहा, 'मुझे ऐसा नहीं लगता. गेंद का दिखना कोई मसला नहीं है.' इसके बाद हर्षा भोगले ने कहा, 'खिलाड़ियों से पूछना होगा कि वे क्या सोचते हैं. जवाब में मांजरेकर ने अपने क्रिकेट खेलने के अनुभव को गिनाते हुए कहा, 'तुम्हे पूछना होगा, हमें नहीं. हर्षा केवल आपको ही जानने की जरूरत है, जिसने क्रिकेट खेला है उसे नहीं.'
इसके बाद हर्षा ने कहा, क्रिकेट खेलने के आधार पर सवाल पूछने की वजह कुछ सीखने से नहीं रोक सकते. ऐसा होता तो टी-20 क्रिकेट हो ही नहीं पाता. जवाब में मांजरेकर ने कहा, 'बात मानता हूं लेकिन सहमत नहीं हूं.' हर्षा भोगले के साथ अपनी उस बहस पर मांजरेकर ने अफसोस जाहिर किया है. संजय मांजरेकर ने कहा, 'मैं इस बारे में बहुत गंभीर होना चाहता हूं. उस टिप्पणी के साथ मैं मेरा नियंत्रण खो रहा है और मैं अनप्रोफेशनल था, मैं गलत था और मुझे उसका पछतावा था. यह ज्यादातर अनप्रोफेशनल होने के साथ-साथ एक हद तक अशोभनीय भी था.'
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