भारत के पूर्व तेज गेंदबाज और दिल्ली के मुख्य चयनकर्ता अमित भंडारी पर हमला करने वाले दागी क्रिकेटर अनुज डेढ़ा पर राज्य संघ ने बुधवार को आजीवन प्रतिबंध लगा दिया. अंडर-23 टीम में नहीं चुने जाने पर डेढ़ा ने अपने साथियों के साथ सीनियर और अंडर-23 चयनसमिति के अध्यक्ष भंडारी पर सेंट स्टीफन्स मैदान पर सोमवार को तब हमला किया, जब वह सीनियर टीम का अभ्यास मैच देख रहे थे.
पुलिस ने बाद में डेढ़ा को गिरफ्तार कर लिया और वह अभी पुलिस हिरासत में है. दिल्ली के पूर्व कप्तान और डीडीसीए की शीर्ष परिषद के सदस्य गौतम गंभीर ने डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा और अन्य चयनकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान डेढ़ा पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा.
डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘अनुज डेढ़ा पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया है. इस बारे में फैसला एक बैठक में किया गया, जिसमें चयनकर्ताओं और गौतम गंभीर ने भी हिस्सा लिया जो कि शीर्ष परिषद के सदस्य हैं. हम आम सभा की बैठक में इस सिफारिश को मंजूरी देंगे.’
उन्होंने कहा, ‘इसके बाद अब डेढ़ा को किसी क्लबस्तरीय मैच या डीडीसीए से मान्यता प्राप्त किसी टूर्नामेंट में खेलने की अनुमति नहीं मिलेगी.’
शर्मा ने कहा, ‘वह गौतम थे, जिन्होंने आजीवन प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया. इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया कि अब से किसी खिलाड़ी के माता-पिता, रिश्तेदारों या दोस्तों को ट्रायल्स देखने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. केवल खिलाड़ियों चाहे वह अंडर-14 हो या अंडर-16, उसी को स्टेडियम परिसर में घुसने की अनुमति मिलेगी.’
डेढ़ा उन 50 संभावित खिलाड़ियों में शामिल था, जिसे राष्ट्रीय अंडर-23 एकदिवसीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया था. उसका मुख्य टीम में चयन नहीं हो पाया जिससे वह खफा हो गया था. उसने अपने साथियों के साथ मिलकर भंडारी पर हॉकी स्टिक, क्रिकेट के बल्लों, लोहे की छड़ों से हमला किया। भंडारी के माथे, कान और पांव में चोट लगी और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया.
संभावित खिलाड़ियों की संख्या पहले 79 थी और जब हर किसी का मानना था कि डेढ़ा योग्य खिलाड़ी नहीं है, तो फिर उसे शीर्ष 50 खिलाड़ियों में कैसे जगह मिल गई. इस बारे में डीडीसीए अध्यक्ष ने कहा, ‘उसने ट्रायल मैच में दो विकेट लिये. उसने मनजोत कालरा (भारत अंडर-19 विश्व कप के स्टार) और जोंटी सिद्धू (वर्तमान में रणजी खिलाड़ी) को आउट किया था. इसलिए उसे शीर्ष 50 खिलाड़ियों में चुना गया, लेकिन तीनों चयनकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने कभी उसे अंतिम 15 में चयन होने का आश्वासन नहीं दिया था.’
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