भारत के शिक्षित युवाओं को अधिक बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था और श्रम बाजार के बीच असंतुलन को दर्शाता है. आधिकारिक आंकडों के अनुसार केरल में युवा बेरोजगारी दर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे अधिक है, जबकि मध्य प्रदेश में सबसे कम है.