तारिक रहमान की वापसी को बांग्लादेश की राजनीति में एक नया और बड़ा बदलाव माना जा रहा है. ढाका में वापसी के बाद अब वे बीएनपी का नेतृत्व ढाका में सीधे तौर पर संभालेंगे. बांग्लादेश में लंबे समय से अस्थिरता का दौर चल रहा है और उनकी वापसी के बाद चुनाव होने की उम्मीद जगी है, जिसमें निर्वाचित सरकार सत्ता में आ सकती है.