दिल्ली विश्वविद्यालय ने उन स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देने का फैसला किया है, जो अपने आखिरी पेपर में फेल हो गए थे और जिनके पास अब कोई मौका नहीं है, जिससे वे ग्रेजुएट हो जाएं. जो छात्र एक विषय में पास नहीं हुए हैं, उन्हें अब अपनी डिग्री सुरक्षित करने के लिए ग्रेस मार्क्स के रूप में 10 अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे.