आसमान में दिखा स्ट्रॉबेरी मून का अद्भुत नजारा, NASA ने बताया कैसे रखा गया यह नाम

नासा की तरफ से कहा गया कि कई सभ्यताओं में इसे फुलमून कहते हैं, हालांकि नाम अलग-अलग हैं, हम सब इस बात से सहमत हैं कि जून का फुलमून बेहद प्यारा नजारा होता है. स्प्रिंग का अंतिम फुलमून  या फिर समर का पहला फुलमून स्ट्रॉबेरीमून कहा जाता है. इसका नाम इसलिए यह पड़ा क्योंकि इस समय बेरीज पकने लगती हैं.

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नासा ने फुल मून की तस्वीर जारी की है. (फोटो-NASA/Twitter) नासा ने फुल मून की तस्वीर जारी की है. (फोटो-NASA/Twitter)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 जून 2021,
  • अपडेटेड 12:52 AM IST
  • NASA ने बताया कैसे रखा गया यह नाम
  • रोज मून और हनी मून भी कहा जाता है इसे

दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार को सुपरमून स्ट्रॉबेरीमून का अद्भुत नजारा देखने को मिला. इसम मौके पर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने तस्वीर जारी की. नासा ने यह भी बताया कि इस सुपरमून को स्ट्रॉबेरीमून क्यों कहते हैं. 

नासा की तरफ से कहा गया कि कई सभ्यताओं में इसे फुलमून कहते हैं, हालांकि नाम अलग-अलग हैं, हम सब इस बात से सहमत हैं कि जून का फुलमून बेहद प्यारा नजारा होता है. स्प्रिंग का अंतिम फुलमून  या फिर समर का पहला फुलमून स्ट्रॉबेरीमून कहा जाता है. इसका नाम इसलिए यह पड़ा क्योंकि इस समय स्ट्रॉबेरी फल की फसल कटने लगती है.

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बता दें कि  उत्तरी अमेरिका के एल्गोनक्विन आदिवासियों (Algonquin Tribes) ने इसका नाम स्ट्रॉबेरी मून (Strawberry Moon) रखा था. क्योंकि इसी समय उत्तरी अमेरिका में स्ट्रॉबेरी फल को काटने का समय होता है.स्ट्रॉबेरी मून (Strawberry Moon) को हॉट मून (Hot Moon), हनी मून (Honey Moon) और रोज मून (Rose Moon) भी कहा जाता है.

हालांकि नासा की तरफ से कहा गया कि नाम का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि चांद का रंग लाल होता है. हालांकि उगने और डूबने के समय यह लाल रंग का जरूर दिखाई देता है. नासा की तरफ से बताया गया कि चंद्रमा बुधवार की सुबह से लेकर शनिवार की सुबह तक लगभग तीन दिनों तक पूर्ण दिखाई देगा. इस साल स्ट्रॉबेरीमून औसतन फुलमून से ज्यादा नजदीक और बड़ा है. जब भी बड़ा चमकीला चांद नजर आता तो कई बार इसे सुपर मून कहा जाता है.

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