भारत में परंपराएं, रीति-रिवाज और मान्यताएं सिर्फ सांस्कृतिक का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि वे हमारे जीवन, सोच और आस्था का गहरा हिस्सा हैं. इन्हीं मान्यताओं में से एक प्रचलित परंपरा है पैरों में काला धागा पहनने की. सदियों से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लोग इसे बुरी नजर से बचाव, नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा और शुभता के प्रतीक के रूप में मानते आए हैं.
ज्योतिष शास्त्र और परंपरा दोनों ही काले धागे को अत्यंत शक्तिशाली रक्षा सूत्र मानते हैं. माना जाता है कि काला रंग नकारात्मक शक्ति, दृष्टिदोष और बाधाओं को निष्क्रिय कर देता है. विशेष रूप से पैर में बंधा काला धागा व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा, अशुभ प्रभावों और अचानक आने वाली समस्याओं से बचाने में मदद करता है. इसलिए इसे सुरक्षा कवच या ऊर्जा ढाल भी कहा जाता है. जानते हैं पैर में काला धागा बाधंने के फायदे के बारे में.
नजर से बचाव
भारतीय परंपरा के मुताबिक, काला धागा बुरी नजर से बचाता है. छोटे बच्चों के पैरों में इसे इसलिए बांधा जाता है ताकि उन्हें नजर न लगे और वे सेहतमंद रहें. काला रंग नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाला माना जाता है, इसलिए पैरों में इसे पहनना शुभ माना जाता है.
बच्चों की सेहत के लिए
बच्चों के लिए पैरों में काला धागा बांधना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है. यह उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और पेटदर्द जैसी छोटी-छोटी परेशानियों को कम करता है.
आर्थिक समस्याओं से राहत
अगर किसी को पैसों की दिक्कत हो तो काला धागा बांधना फायदेमंद माना जाता है. ज्योतिष के अनुसार यह राहु और केतु के बुरे असर से रक्षा करता है. साथ ही, इसे पहनने से भाग्य अच्छा होता है और धन-समृद्धि आती है. माना जाता है कि यह पैरों की चोट को जल्दी ठीक करने में भी मदद करता है.
शनि दोष से बचाव
काला धागा शनि दोष को कम करने में असरदार माना जाता है. विश्वास है कि इसे पहनने से शनि से जुड़ी बाधाएं और परेशानियां दूर हो जाती हैं.
ऊर्जा और सेहत
यह भी कहा जाता है कि काला धागा शरीर में ऊर्जा का प्रवाह संतुलित करता है. इससे मानसिक और शारीरिक सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है.
सौभाग्य और सुरक्षा का प्रतीक
काला धागा सिर्फ बचाव का नहीं बल्कि सौभाग्य और सुरक्षा का प्रतीक भी माना जाता है. इसे पहनने से व्यक्ति धरती की ऊर्जा से जुड़ता है और मन में स्थिरता और सुरक्षा की भावना आती है.
फैशन और ट्रेंड के रूप में काला धागा
आज के दौर में पैरों में काला धागा पहनना केवल परंपरा तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह फैशन और ट्रेंड का हिस्सा भी बन चुका है. युवा इसे एंकलेट या स्टाइलिश धागे की तरह अपनाते हैं. कई बार इसमें मोती या छोटे-छोटे चार्म्स भी जोड़े जाते हैं, जो इसके आकर्षण और खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं.
aajtak.in