पितृपक्ष में सपने में दिख रहे हैं परिवार के मृत लोग... जानें- श्राद्ध के वक्त ऐसा होने का क्या मतलब है?

पितृ पक्ष के दौरान सपनों में पूर्वजों के दिखाई देने के विभिन्न अर्थ होते हैं. यदि पूर्वज प्रसन्न मुद्रा में दिखें तो यह शुभ संकेत है, जबकि बुरे हाल में दिखना समस्याओं का संकेत हो सकता है. पौराणिक कथाओं में भी सपनों के माध्यम से पूर्वजों के संदेश मिलने का उल्लेख है.

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श्राद्ध पक्ष में पितरों को सपने में देखना कई तरह से महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि पितृ आपके भविष्य का संकेत देते हैं श्राद्ध पक्ष में पितरों को सपने में देखना कई तरह से महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि पितृ आपके भविष्य का संकेत देते हैं

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:18 PM IST

श्राद्ध पक्ष जारी है और इस वक्त लोग अपने पितरों-पूर्वजों के लिए तर्पण, दान, श्राद्ध और पिंडदान भी कर रहे हैं. यह समय पितृदेवों के लिए तय होता है और सनातन परंपरा को मानने वाले पितरों के निमित्त अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं. फिर भी एक जिज्ञासा और प्रश्न हमेशा उठता है कि इस बारे में कैसे पता करें कि पितृ प्रसन्न हैं या नहीं, या फिर अगर किसी को सपने में अपने मृत परिजनों की छवि दिखाई दे रही है तो इसका क्या मतलब है?

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क्यों आते हैं ऐसे सपने?
कुछ इन्हें बुरा और अपशकुन की तरह देखते हैं तो कहीं इसे शुभ माना जाता है. इस बारे में जैसे सम्पूर्णनंद संस्कृत विश्वविद्यालय के स्कॉलर रहे आचार्य हिमांशु उपमन्यु का कहना है कि पितृ पक्ष के दौरान पितरों की छवि सपने में दिखाई दे, या वह आपको नजर आएं तो सबसे पहले यह जानिए कि यह कोई बुराई की बात नहीं है, और इसे सीधे तौर पर पितृ पक्ष से जोड़कर देखना भी नहीं चाहिए, क्योंकि सपने आपकी मन की स्थिति को ही नींद में आपके सामने ले आते हैं. इसलिए हो सकता है कि पितृ पक्ष के समय विशेष के कारण आप ने ही उन्हें याद किया हो, क्योंकि इस वक्त माहौल ऐसा होता ही है.

दूसरी बड़ी बात ये है कि अगर पितृ या आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न हैं तो आपको अपने घर-परिसर आसपास एक खुशनुमा माहौल महसूस होगा. सुगंधित वातावरण होगा. आपके मन में कोई क्लेश नहीं होगा, लेकिन आपके पितृ आपसे नाराज हैं तो आप उलझनों में रहेंगे. खान-पान खराब होगा और परेशानियां बनी रहेंगी. श्राद्ध पक्ष को लेकर पुराणों में जहां जो वर्णन है, वहां इस तरह के कोई संकेत तो नहीं मिलते हैं कि खासतौर पर श्राद्ध पक्ष में ही कोई पूर्वज सपने में दिखाई दे तो इसका क्या अर्थ है? फिर भी कई पौराणिक कहानियों में ऐसा दर्ज है कि पूर्वजों ने सपने में दिखकर व्यक्ति को आगामी जीवन के संकेत दिए हैं.

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पौराणिक कथाओं में पितरों के सपने
जैसे महाभारत में ही जिक्र आता है कि भीष्म को उनके पिता शांतनु ने सपने में दर्शन दिए थे और वह बहुत निराश थे. उनकी निराशा महाभारत युद्ध की ओर उनका संकेत था. धृतराष्ट्र को पूर्वजों ने सपने में अपनी आवाज सुनाकर उसे पांडवों को जलाकर मारने वाले षड्यंत्र के लिए कोसा था. द्रौपदी चीरहरण के बाद हस्तिनापुर से पितृदेव नाराज हो गए थे और फिर इस तरह वंश का विनाश हो गया था. ऐसा सपना गांधारी ने देखा था.

खुद महाराज पांडु को सपने में ही पूर्वजों ने दर्शन दिए थे और कहा था कि तुम स्वर्ग के अधिकारी नहीं हो सकते क्योंकि तुम पितृ ऋण नहीं उतारा है. ऋषि जरत्कारु को सपने में ही पूर्वजों ने पितृ तर्पण के लिए वंश बढ़ाने की आज्ञा दी थी. युधिष्ठिर को उनके पिता पांडु ने सपने में आकर कहा था कि तूम राजसूय यज्ञ करो     और इंद्रप्रस्थ की सीमाएं चारों दिशाओं में बढ़ाओ. 

रामायण में महाराज दशरथ ने श्रीराम को सपने में दर्शन देकर रावण पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद दिया था. सपने में पितरों से लव-कुश के जन्म की घटना सुनकर श्रीराम ने पितरों के लिए ब्राह्मणों को गऊएं दान की थीं. ऐसे तमाम जिक्र कथाओं में मिलते हैं, लेकिन कहीं भी यह स्पष्ट तौर पर नहीं लिखा मिलता है कि पितृ श्राद्ध पक्ष में दिखे तो उसका क्या अर्थ है और सामान्य दिनों में उनके दिखने का क्या अर्थ है?

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सपने में कैसे दिख रहे हैं पितृजन, ये जानना जरूरी
पौराणिक आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि सपने में पितृ कब दिख रहे हैं, बल्कि यह अधिक महत्वपूर्ण बन जाता है कि वह कैसे नजर आ रहे हैं. श्रद्ध पक्ष के दौरान अगर आपको अपने पूर्वज जैसे अपने पिता प्रसन्न मुद्रा में दिखाई देते हैं, तो आप यह मान सकते हैं कि आपके पूर्वज आप पर प्रसन्न हैं और आपको आशीर्वाद दे रहे हैं. उनके श्राद्ध के दिन पर यह सपना आना तो बहुत शुभ है. पितृ पक्ष के दौरान अपने सपने में अगर आप अपने पूर्वजों को बुरे हाल में देखते हैं, जैसे अगर वह रो रहे हैं या फिर अगर आप उन्हें बीमार या बुरे हाल में देखते हैं तो यह सपना अच्छा नहीं माना जाता है. इस सपने का अर्थ है कि आपके जीवन में बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.

अगर पितृ विचित्र हंसी हंस रहे हैं और इस दौरान उनके दांत खास तौर पर और स्पष्ट रूप से टूटे दिख रहे हैं तो इसके संकेत अच्छे नहीं है. यह बीमारी होने, धनहानि होने का संकेत है. कोई महिला पितृ जैसे दादी, सास, नानी आदि दिखाई दें, उनके बाल उलझे, अस्त-व्यस्त हों तो यह आपकी उलझन की ओर इशारा होता है. अपने सपने में आप खुद किसी मृत परिजन या अन्य किसी मृत व्यक्ति को आवाज लगाते हैं तो यह इस बात का प्रतीक है कि भविष्य में कोई बड़ी समस्या आ सकती है, लेकिन आप इससे उबर भी जाएंगे.

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क्या है इन सपनों का अर्थ?
पितृ पक्ष के दिनों में अगर सपने में आप किसी मृत व्यक्ति से बात कर रहे हैं, ऐसा सपना देख रहे हैं तो आपकी कोई कामना पूरी होने वाली हो सकती है. अगर सपने में आपके पितर आपके बाल संवार रहे होते हैं तो इसका अर्थ है कि वो खुद ही आपकी परेशानी जानते हैं और इसे सुलझाने में सूक्ष्म रूप से मदद भी करेंगे. 

स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में मृत पूर्वजों को देखना अच्छा होता है. लेकिन अगर बार-बार आपको सपने में पितृ दिखाई देते हैं तो इसका अर्थ यह है कि उनकी कोई अधूरी इच्छा है जोकि पूरी नहीं हुई है. ऐसे में आपको पूर्वजों के निमित्त दान करना चाहिए और उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा अनुष्ठान कराने चाहिए. 

कर सकते हैं खास उपाय
कुछ सामान्य उपाय भी इस दौरान किए जा सकते हैं. अगर आपको ऐसा सपना लगे कि पितृ आपको आवाज दे रहे हैं, या आपकी ओर हाथ बढ़ाना चाह रहे हैं तो यह उनकी किसी अधूरी इच्छा का संकेत है. आप अगर उन्हें अच्छी तरह जानते हों तो उनकी इच्छा को समझने की कोशिश या याद करने की कोशिश करें. इसके अलावा आप अमावस्या तिथि पर पितृ के निमित्त गाय को रोटी खिलाएं. अगर सपने में पितृ मुस्कुरा रहे हैं तो यह एक अच्छा संकेत माना जाता है. इसका अर्थ यह है कि आपके पितृ आपसे प्रसन्न हैं और उन्होंने श्राद्ध स्वीकार कर लिया है.

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