चैत्र माह की विनायक चतुर्थी का व्रत आज 25 मार्च शनिवार के दिन रखा जा रहा है. विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है. मान्यता के अनुसार, हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य विनायक के बिना पूरा नहीं होता है. यही वजह है कि भगवान गणेश को प्रसन्न रखने के लिए सनातन धर्म में प्रसन्न रखने के लिए सनातन धर्म में प्रत्येक महीने विनायक चतुर्थी का व्रत किया जाता है. कहते हैं भगवान गणपति की पूजा करने से बड़े से बड़े संकट को पल भर में दूर किया जा सकता है.
विनायक चतुर्थी 2023 मुहूर्त (Vinayak Chaturthi 2023 Shubh Muhurat)
चैत्र, शुक्ल चतुर्थी
प्रारम्भ - मार्च 24, शाम 04 बजकर 59 मिनट पर शुरू
समाप्त - मार्च 25, शाम 04 बजकर 23 मिनट पर खत्म
भगवान गणेश की पूजा का समय- सुबह 11 बजकर 13 मिनट से दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक
विनायक चतुर्थी पर बनने वाले शुभ योग (Vinayak Chaturthi 2023 Shubh Yog)
विनायक चतुर्थी के मौके पर आज रवि योग, विजय मुहूर्त और निशिता मुहूर्त जैसे कई शुभ योग बन रहे हैं. रवि योग आज सुबह 6 बजकर 19 मिनट से शुरू हो चुका है और दोपहर 1 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर शाम 3 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. वहीं, निशिता मुहूर्त मार्च 26, सुबह 12 बजकर 03 मिनट, से मार्च 26 को सुबह 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.
विनायक चतुर्थी पूजा विधि (Vinayak Chaturthi Pujan Vidhi)
विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित करें. इसके बाद भगवान गणेश की पूजा प्रारंभ करें. इस दिन की पूजा में जटा वाला नारियल और भोग में मोदक अवश्य शामिल करें. इसके अलावा पूजा में भगवान गणेश को गुलाब के फूल और दूर्वा अर्पित करें. धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करने के बाद 'ऊं गं गणपतये नमः' मंत्र का उच्चारण पूर्वक जप करें. भगवान गणेश की कथा पढ़ें, आरती करें, पूजा में शामिल सभी लोगों को प्रसाद अवश्य वितरित करें.
विनायक चतुर्थी के उपाय (Vinayak Chaturthi Upay)
जीवन से किसी भी तरह की कष्ट और परेशानियां दूर करने के लिए भगवान गणेश के समक्ष चौमुखी दीपक जलाएं. इसके अलावा जितनी आपकी उम्र हो उतने लड्डू भी इस दिन की पूजा में शामिल करें. पूजा करने के बाद एक लड्डू खुद खाएं और बाकी लोगों में बांट दें. इसके अलावा भगवान सूर्यनारायण के सूर्यअष्टक का 3 बार पाठ करें.
इस दिन की पूजा में भगवान गणेश को दूर्वा की माला अर्पित करें. उन्हें घी और गुड़ का भोग लगाएं. धन प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें. पूजा के बाद यह घी और गुड़ किसी गाय को खिला दें. ऐसा आपको पांच विनायक चतुर्थी के दिन करना है.
अपने बच्चों को सही राह पर लाने के लिए इस दिन की पूजा में गणपति भगवान को पांच मोदक और पांच लाल गुलाब और दूर्वा अर्पित करें. शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं. इसके बाद पूजा करें. पूजा के बाद एक मोदक प्रसाद के रूप में अपने बच्चे को खिला दें और बाकी मोदक अन्य बच्चों या जरूरतमंदों के बीच वितरित कर दें.
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