Vastu Upay: घर और दुकान के वास्तु दोष दूर करेंगे ये आसान वास्तु उपाय, होगी हर समस्या दूर

Vastu Upay: दक्षिण दिशा को मृत्यु, परिवर्तन और अंत का प्रतीक माना जाता है. वास्तु में दक्षिण दिशा सूर्य की किरणों से जुड़ी होती है. यदि घर या भवन का मुख्य द्वार दक्षिणमुखी हो और उचित वास्तु नियम न अपनाए जाएं, तो इससे आर्थिक अस्थिरता, स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव हो सकता है.

Advertisement
दक्षिण दिशा के उपाय (Photo: Pixabay) दक्षिण दिशा के उपाय (Photo: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:18 PM IST

वास्तुशास्त्र और हिंदू धार्मिक मान्यताओं में दिशाओं का खास महत्व है. इनमें “दक्षिण दिशा” को अक्सर अशुभ या कम अनुकूल माना जाता है. ग्रंथों में “दक्षिण” दिशा का संबंध यम देव यानी मृत्यु के देवता से जोड़ा गया है. माना जाता है कि यम का लोक दक्षिण दिशा में स्थित है. इसलिए पारंपरिक रूप से दक्षिण दिशा को मृत्यु, परिवर्तन और अंत का प्रतीक माना जाता है. इस कारण से कई लोग पूजा-स्थल, सोने की दिशा या मुख्य द्वार को दक्षिणमुखी होने से बचते हैं.  

Advertisement

वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को अशुभ माना गया है. दक्षिण दिशा वह दिशा है जहां सूरज की किरणें ज्यादा पड़ती हैं, इसलिए यह गर्म रहती है. अगर घर या भवन का मुख्य द्वार दक्षिणमुखी हो और उचित वास्तु नियम न अपनाए जाएं, तो आर्थिक अस्थिरता, सेहत से जुड़ी हुई परेशानियां, मानसिक तनाव बढ़ सकता है. जानते हैं उपायों के बारे में.

1. नीम का पेड़

नीम का पेड़ मंगल ग्रह की स्थिति को संतुलित करता है. दक्षिण दिशा मंगल की दिशा मानी जाती है. अगर मकान के सामने दोगुनी दूरी पर नीम का पेड़ हरा-भरा हो या मकान से दोगुना बड़ा कोई और मकान हो, तो दक्षिण दिशा का नकारात्मक असर कम हो जाता है. 

2. गणेश मूर्ति

पत्थर की दो गणेश मूर्तियां बनवाएं जिनकी पीठ आपस में जुड़ी हो. इन्हें मुख्य द्वार के बीचों-बीच चौखट पर रखें. ध्यान रखें कि एक गणेश अंदर की तरफ और दूसरी बाहर की तरफ देखे. इससे घर में झगड़े और लड़ाई-झगड़े कम होंगे. 

Advertisement

3. पंचमुखी हनुमान

मुख्य द्वार के ऊपर पंचमुखी हनुमान जी का चित्र लगाएं. द्वार के सामने आशीर्वाद मुद्रा में हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर रखने से दक्षिण दिशा का वास्तुदोष दूर होता है. 

4. आदमकद दर्पण

मुख्य द्वार के ठीक सामने आदमकद दर्पण रखें.यह ऐसा होना चाहिए कि घर में आने वाला व्यक्ति पूरे दर्पण में दिखाई दे.इससे घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जा लौट जाती है. घर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है. 

5. दक्षिणमुखी दुकान के उपाय

यदि दुकान पर निरंतर धूप पड़ती है, तो शटर या द्वार के ऊपर हरे रंग का शेड लगाएं. गमले में नीम का पौधा लगाएं. इसे द्वार के साइड में रखें. जब पौधा बड़ा हो जाए, तो इसे उचित दिशा में बाहर रखें. 

दुकान के मालिक को हमेशा पश्चिम की ओर खड़े होकर ही अपने सामान की बिक्री करनी चाहिए.  इससे नकारात्मक ऊर्जा का असर कम होता है और व्यापार में स्थिरता आती है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement