Shardiya Navratri 2025: सूर्य ग्रहण की अशुभ छाया में कल शुरू होगी शारदीय नवरात्र? ये रहेगा घटस्थापना का मुहूर्त

Shardiya Navratri 2025: 21 सितंबर यानी आज सूर्य ग्रहण है और ठीक अगले दिन यानी कल से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होने जा रही है. लेकिन, इस संयोग बहुत ही अशुभ माना जा रहा है. तो चलिए जानते हैं कि क्या आज लगने वाले सूर्य ग्रहण का प्रभाव नवरात्र की कलश स्थापना पर पड़ेगा.

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शारदीय नवरात्र पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव (Photo: Pixabay) शारदीय नवरात्र पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव (Photo: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:54 AM IST

Shardiya Navratri 2025: 21 सितंबर यानी आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. वहीं, अगले दिन यानी 22 सितंबर, कल से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो रही है. शारदीय नवरात्र के इस पावन अवसर पर लोग मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की श्रद्धापूर्वक उपासना करते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि सूर्य ग्रहण की अशुभ छाया में शारदीय नवरात्र की शुरुआत होने जा रही है. इसी बात को लेकर भक्तों या कहें लोगों के मन में ये सवाल उत्पन्न हो रहा है कि ऐसे में कैसे नवरात्र की कलशस्थापना या घटस्थापना होगी. 

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भारतीय समयानुसार, 21 सितंबर यानी कल सूर्य ग्रहण राज 11 बजे शुरू होगा और इसका समापन 23 सितंबर की सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर होगा. जानकारी के लिए आपको बता दें कि ये ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा, जिसके कारण इसका सूतक काल भारत में मान्य भी नहीं होगा. 

क्या नवरात्र की घटस्थापना पर रहेगा सूर्य ग्रहण का प्रभाव?

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, घटस्थापना या कलश स्थापना नवरात्र के पहले दिन होने वाला सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान कहलाता है. इस दौरान मां दुर्गा की विधिवत पूजा के साथ कलश  की स्थापना की जाती है. चूंकि, साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं हो रहा है इसलिए 22 सितंबर को बिना किसी रोक-टोक के शुभ मुहूर्त में नवरात्र की घटस्थापना कर सकते हैं.  

नवरात्र पर घटस्थापना का मुहूर्त ये रहेगा (Shardiya Navratri 2025 Ghat sthapna Muhurat)

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शारदीय नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 09 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. ऐसे में कलश स्थापना के लिए कुल अवधि 1 घंटे 56 मिनट की होगी. 

वहीं, अगर किसी वजह से आप सुबह के मुहूर्त में कलश स्थापना न कर पाएं तो आप अभिजीत मुहूर्त में भी कलश की स्थापना कर सकते हैं. जिसका मुहूर्त सुबह 11 बजकर 49 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 38 मिनट तक रहेगा.

शारदीय नवरात्र की तिथि (Shardiya Navratri 2025 Tithi)

पंचांग के मुताबिक, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 22 सितंबर की रात 1 बजकर 23 मिनट से होगी और तिथि का समापन 23 सितंबर को अर्धरात्रि 2 बजकर 55 मिनट पर होगा.

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