Shani Sade Sati 2026: नए साल 2026 में शनि देव राशि परिवर्तन नहीं करेंगे. शनि जुलाई के महीने में केवल मार्गी से वक्री होंगे. यही वजह है कि 2025 की तरह 2026 में भी तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का असर जारी रहेगा. ये राशियां मेष, कुंभ और मीन हैं. नए साल 2026 में इन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का अलग-अलग चरण रहने वाला है. साढ़ेसाती के चलते इन राशियों को मानसिक तनाव, आर्थिक हानि और करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि 2026 में शनि की साढ़ेसाती इन राशियों पर कैसा प्रभाव डालेगी.
मेष राशि
2026 में मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण रहेगा. ऐसे में नौकरी-कारोबार की स्थिति में बड़ा बदलाव आ सकता है, जिसे ठीक नहीं माना जा रहा है. घर-परिवार में भी विवाद बढ़ सकते हैं. स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है. कोई पुराना रोग उभर सकता है.
उपाय: हनुमान जी की नियमित उपासना करें. शनिवार को शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है, जो 2026 में भी जारी रहेगा. शनि की साढ़ेसाती आपके लिए पेशेवर मोर्चे पर मानसिक थकान, धन हानि और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का इशारा दे रही है.
उपाय: प्रत्येक माह के किसी भी शनिवार को तेल का दान या काले तिल का दान राहत देने का काम करेगा.
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए 2026 सबसे कठिन समय माना जा रहा है, क्योंकि इस राशि के जातक साढ़ेसाती के मध्य चरण से गुजरेंगे. इस दौरान आपको रुपए-पैसे का नुकसान, करियर में बाधा और रिश्तों में खटास जैसे दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
उपाय: शनिवार को पीपल की पूजा करें और शनि स्तोत्र का पाठ करें. इसके बाद गरीबों को काले कपड़ों और अनाज का दान करना न भूलें.
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