हिरण्यकश्यप की कथा का सार विष्णु पुराण में मिलता है. सतयुग में महर्षि कश्यप और उनकी पत्नी दिति के दो पुत्र हुए..हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष. हिरण्यकश्यप ने कड़ी तपस्या करके ब्रह्मा को प्रसन्न कर ये वरदान हासिल किया कि मारा न जा सकेगा. जानिए हिरण्यकश्यप की कहानी.