Aja Ekadashi 2024: आज अजा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. सनातन धर्म में अजा एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है. भाद्रपद कृष्ण एकादशी को अजा एकादशी कहा जाता है. अजा एकादशी का उपवास मानसिक और शारीरिक स्थिति के लिए मंगलकारी माना जाता है. इस तिथि को स्नान, दान और ध्यान करने से हर समस्या पर विजय पाई जा सकती है. आइए जानते हैं कि अजा एकादशी के दिन कौन से उपाय या दान करने से लाभ मिलते हैं.
किन चीजों का दान करें?
- स्वास्थ्य की समस्याओं के लिए अन्न का दान करें.
- आर्थिक समस्याओं के लिए वस्त्र, जूते या छाते का दान करें
- शीघ्र विवाह के लिए केसर, केला या हल्दी का दान करें.
- वाद-विवाद या मुकदमे से मुक्ति के लिए मीठी चीजों का दान करें. विशेषकर गुड का दान करें.
- संतान प्राप्ति या संतान की उन्नति के लिए पीपल का वृक्ष लगवाएं और पीले वस्त्रों का दान करें.
अजा एकादशी पर दान के नियम
अजा एकादशी के दिन विशेष मनोकामनाओं के लिए विशेष चीजों का दान करना चाहिए. अन्यथा केवल अन्न का दान करें. लेकिन ध्यान रहे कि जो भी चीज दान कर करें, वो सात्विक होनी चाहिए. दान या तो प्रातःकाल में करें या अगले दिन व्रत की समाप्ति के बाद करें. दान किसी निर्धन व्यक्ति या योग्य ब्राह्मण को ही करें.
संतान संबंधी समस्या के लिए करें ये उपाय
अजा एकादशी के दिन एक विशेष उपाय करने से संतान संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं. अजा एकादशी के दिन सुबह स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें. फिर श्रीहरि विष्णु की पूजा-उपासना कर उन्हें पीले फूलों की माला अर्पित करें. श्रीहरि के किसी भी मंत्र का जाप करें और समस्या से मुक्ति की प्रार्थना करें. अजा एकादशी के दिन ऐसा करने से संतान से जुड़ी हर समस्या दूर होती है.
अजा एकादशी के कल्याणकारी मंत्र
अजा एकादशी के दिन सच्ची श्रद्धा और पूर्ण विश्वास के साथ भक्ति करने से सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वरदान मिल सकता है. जगत के पालनहार आपका भी कल्याण जरूर करेंगे. कहते हैं कि इस पवित्र एकादशी पर कुछ विशेष मंत्रों का जाप करेंगे तो अजा एकादशी व्रत का शुभ फल कई गुना बढ़ जाएगा.
भगवान विष्णु का मूल मंत्र है
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
- ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। ...
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ हूं विष्णवे नम: ...
- ॐ नमो नारायण।
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