तीन-चार साल से छात्राएं अपनी स्कूटी का इंतजार कर रही हैं, जो अब खुले में पड़े-पड़े "कबाड़ हो चुकी हैं" और उनका बीमा भी खत्म हो गया है. आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, ये "सियासत की शिकार हुई बेटियों की...सियासत की भेंट चढ़ी स्कूटियां हैं", जिनका वितरण कथित भ्रष्टाचार की जांच के कारण रुका है.