भगवान ऐसा भाई, मामा और साला किसी को न दे… चार मासूमों की उजाड़ दी जिंदगी

अलवर में एक दिल दहला देने वाली वारदात ने सबको चौंका दिया. साले ने अपने ही जीजा पवन प्रजापति पर चोरी के शक में हमला कर दिया. गंभीर चोट लगने से पवन की मौत हो गई. घटना सीसीटीवी में कैद है. पवन अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था. पीछे चार छोटे बच्चे और रोती-बिलखती पत्नी रह गई है, सबसे छोटा बच्चा महज डेढ़ महीने का है. 

Advertisement
मृतक पवन प्रजापत, जिसे उनके साले ने पीटकर मार डाला (Photo ITG) मृतक पवन प्रजापत, जिसे उनके साले ने पीटकर मार डाला (Photo ITG)

हिमांशु शर्मा

  • अलवर ,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:16 PM IST

भगवान ऐसा भाई, मामा और साला किसी को न दे. रिश्ते तो अलग-अलग हैं, लेकिन शख्स एक ही है. जिसकी एक हरकत ने पूरे परिवार का सहारा छीन लिया. साले ने अपने ही जीजा की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. चार मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया. बच्चे मासूम आंखों से बस यही पूछ रहे हैं  मामा, आपने ऐसा क्यों किया? वहीं वह बहन, जो हर राखी पर अपने भाई की लंबी उम्र की दुआ मांगती थी, आज अपने उजड़े सुहाग पर रोते-रोते बेसुध हो गई है.

Advertisement

यह दर्दनाक घटना अलवर के अकबरपुर थाना क्षेत्र के नंगली गांव की है. यहां रहने वाले 29 वर्षीय पवन प्रजापत की काला कुआं में रसोई की चिमनी लगाने की एजेंसी थी. कुछ दिन पहले पवन को शक हुआ कि एजेंसी से कुछ सामान चोरी हुआ है. इस बात को लेकर उसका विवाद अपने साले विष्णु से हो गया, जो उसी एजेंसी में काम करता था. कुछ कहासुनी इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुंच गई.

चोरी के शक ने ली जान

बीते दिनों एजेंसी में ही पवन और विष्णु के बीच झगड़ा हो गया. वहां मौजूद कर्मचारी ने दोनों को रोकने की कोशिश की, लेकिन गुस्से में बेकाबू विष्णु ने अपने ही जीजा पर हमला कर दिया. उसने इतनी बेरहमी से पीटा कि पवन लहूलुहान हो गया. पूरा घटनाक्रम एजेंसी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. घायल पवन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे जयपुर रेफर किया गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

Advertisement

एक कमाने वाला, चार बच्चे अनाथ

पवन अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था. घर में अब चार छोटे बच्चे हैं जिनमें सबसे छोटा बच्चा सिर्फ डेढ़ महीने का है. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार के लोग कहते हैं कि पवन बेहद मेहनती और सीधा-सादा इंसान था. कभी सोचा भी नहीं था कि जिस साले को परिवार का हिस्सा मानते थे, वही उनकी खुशियां छीन लेगा. गांव में मातम पसरा है. लोग स्तब्ध हैं कि मामूली शक ने कैसे चार बच्चों से उनका भविष्य छीन लिया. पवन के माता-पिता बार-बार यही कह रहे हैं जिस बेटे ने पूरे घर की जिम्मेदारी उठाई, वही अब मिट्टी में मिल गया… भगवान ऐसा साला किसी को न दे.

बहन और बच्चों के बीच टूटा रिश्ता

विष्णु की बहन, यानी पवन की पत्नी, आज भी विश्वास नहीं कर पा रही कि उसका भाई ही उसके पति का हत्यारा बन गया. वो फफक-फफक कर रोती रही और बार-बार कहती रही जिस भाई को राखी बांधी, उसी ने मेरा सुहाग उजाड़ दिया. चारों बच्चे अब मामा शब्द सुनकर भी सहम जाते हैं. घर का हर कोना पिता की यादों से भरा है, और मां की गोद अब सवालों से.

सीसीटीवी में कैद हुई घटना, पुलिस ने शुरू की जांच

Advertisement

अकबरपुर थाना पुलिस को जब वीडियो मिला, तो पूरे मामले की सच्चाई सामने आ गई. पवन के भाई राजेंद्र प्रजापत ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस ने विष्णु के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है.

आखिरी विदाई में नम हुई आंखें

जब पवन का शव गांव पहुंचा, तो हर आंख नम हो गई. बच्चों की मासूम चीखें और पत्नी का विलाप देखकर माहौल गमगीन हो उठा. पूरे गांव ने कहा रिश्तों में भरोसा टूट जाए, तो इंसानियत भी शर्मसार हो जाती है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement