थप्पड़ कांड में 12 फरवरी को आ सकता है फैसला, नरेश मीणा की जमानत याचिका पर हुई सुनवाई

राजस्थान के देवली-उनियारा में 14 नवंबर 2024 को उपचुनाव हो रहा था. इसी दोरान समरावता गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे गए. मीणा प्रशासन पर जबरन मतदान करवाने का आरोप लगा रहे थे.

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SDM को थप्पड़ मारते नरेश मीणा. SDM को थप्पड़ मारते नरेश मीणा.

शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 04 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 8:28 PM IST

राजस्थान के देवली-उनियारा उपचुनाव में मतदान के दौरान नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था. इस मामले पर सुनवाई करते हुए आज यानी मंगलवार को अदालत ने जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दी. जस्टिस प्रवीर भटनागर की कोर्ट में मामले पर सुनवाई होनी थी, लेकिन राज्य सरकार ने कोर्ट को बताया कि पुलिस इस मामले में 11 फरवरी को चालान पेश करेगी.

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अब इस पर कोर्ट ने सुनवाई 12 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी. वही अगर नरेश मीणा को जमानत मिलती है, तो पुलिस उन पर अन्य मामलों में कार्रवाई कर सकती है.

लोगों ने मतदान का विरोध किया था

देवली-उनियारा में 14 नवंबर 2024 को उपचुनाव हो रहा था. इसी दोरान समरावता गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे गए. मीणा प्रशासन पर जबरन मतदान करवाने का आरोप लगा रहे थे. प्रशासन और लोगों के बीच लगातार मामला बिगड़ता जा रहा था, तभी पोलिंग बूथ पर पहुंचे नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया. 

इसके बाद हालात बेकाबू हो गए और हिंसा भड़क उठी. एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद नरेश मीणा फिर से धरने पर बैठ गए. इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों पर पथराव करने का आरोप लगाया. और मामला इतना तुल पकड़ लिया कि प्रदर्शनकारियों ने गांव में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.

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चार FIR दर्ज की गई थी

नरेश मीणा के खिलाफ कुल चार FIR पुलिस ने दर्ज की थी. इसमें पहली FIR एसडीएम अमित चौधरी ने दर्ज कराई, जिसमें ईवीएम से छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप लगाया था. वही जो दूसरी FIR पुलिस ने दर्ज की, उसमें आगजनी और हिंसा के आरोप लगाए गए हैं. इन दोनों मामलों में पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार किया. साथ ही तीसरी FIR  हाईवे जाम और चौथी FIR ईवीएम से छेड़छाड़ के मामले में दर्ज की गई.
 
हालांकि इन दोनों मामलों में अभी तक नरेश मीणा की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि नरेश मीणा के वकीलों ने पुलिस प्रशासन पर उन्हें जेल में रखने की साजिश करने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि अगर हाईकोर्ट से जमानत मिलती है, तो पुलिस उन्हें अन्य मामलों में फिर से गिरफ्तार कर सकती है.

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